जमशेदपुर (ब्यूरो): ट्राइबल इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, टिक्की (झारखंड चैप्टर) द्वारा सोनारी स्थित ट्राइबल कल्चर सेंटर में भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय अंतर्गत रांची स्थित नेशनल एससी एसटी हब के सहयोग से दो दिवसीय जीईएम एवं ई- टेंडरिंग पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान 30 उद्यमियों का बैच बना कर प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में चाईबासा, धनबाद, रांची एवं जमशेदपुर के सदस्य शामिल हुए। प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर अमित सुरीन के द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में नेशनल एससी - एसटी हब के अधिकारी प्रिंस राहुल उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत टिक्की झारखंड चैप्टर के प्रदेश अध्यक्ष बैद्यनाथ मांडी ने किया।

चुनौती भरा कार्य

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार सभी निविदाएं जीईएम के माध्यम से अनिवार्य कर दिया गया है। जहां निविदाएं सुविधाजनक बनाई गई है वही, कई जटिलताएं भी हैं। कहा कि आदिवासी उद्यमियों को जीईएम प्लेटफार्म पर लाना चुनौती भरा कार्य है, क्योंकि यह विषय हमारे समुदाय के लिए बिल्कुल नया है, लेकिन असंभव नहीं है। कई जिलों से हमें जीईएम पर हो रही परेशानियों की जानकारी मिल रही है। ऐसे में हमारा उद्देश्य उद्यमियों को जीईएम की संपूर्ण जानकारी देते हुए उसे निविदा के अनुकूल बनाना है, ताकि ज्यादा से 'यादा जीईएम में भागीदारी कर निविदा हासिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि टिक्की के द्वारा समय-समय पर जीईएम की जटिलताओं से भी विभाग को अवगत कराया जाता रहा है, ताकि इस प्लेटफार्म को और सुविधाजनक बनाया जा सके। इस दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में उद्यमियों को जीईएम फ्रेंडली बनाया जाएगा।

इनकी रही मौजूदगी

मौके पर जयपाल पूर्ति, सुशांत हेंब्रम, सौरव बेसरा, रामलाल महाली, रामदास मुर्मू, रूपलाल बास्के, राज मार्शल मारडी, जोसेफ कांडिल, अनिल कुमार हेंब्रम, नारायण सवैया, रामेश्वर बेरवा, महेंद्र नागोरी, बेला जेराई, प्रेम सिंह संगरिया, उमाशंकर पारिया,भावेश रिमिल पारिया, कुंवर नाग, बिल्कन पूर्ति, रंजन मारदी आदि उपस्थित थे।