JAMSHEDPUR: शिक्षा विभाग के अधीन कार्य करने वाले लगभग सभी पदाधिकारी, कर्मी हड़ताल पर है। यानि शिक्षा विभाग एक तरह से हड़ताल विभाग बना हुआ है। किसी तरह का कोई काम नहीं हो रहा है। तेरह अक्तूबर से जिले भर के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय तथा झारखंड बालिका आवासीय विद्यालयों के कर्मी व शिक्षक हड़ताल पर जा रहे हैं। यानि कुल मिलाकर जिला की शिक्षा व्यवस्था तेरह अक्तूबर से पूरी तरह गड़बड़ाने वाली है। वर्तमान में पारा शिक्षक, रसोइयां, झारखंड शिक्षा परियोजना के पदाधिकारी व कर्मी तथा बीआरपी व सीआरपी कर्मी हड़ताल पिछले ख्भ् दिनों से हड़ताल पर है। किसी तरह स्कूलों में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति कर काम चलाया जा रहा है। शिक्षा विभाग के प्रतिवेदन भी अपडेट नहीं हो पा रहे हैं। कस्तूरबा एवं झारखंड आवासीय बालिका विद्यालय के कर्मचारी व शिक्षक भविष्य निधि और गु्रप बीमा देने, ख्ब् घंटे काम के बावजूद मात्र क्म् अवकाश को बढ़ाने तथा सरकारी कर्मी की तरह अवकाश, कर्मचारियों को परियोजना कर्मचारियों की तरह लाभ देने की मांग को लेकर क्फ् अक्टूबर इधर राज्य के सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों की हड़ताल क्7 अक्तूबर से प्रारंभ हो रही है। ये पदाधिकारी सेवा शर्त नियमावली व प्रोन्नति में हो रही देरी के विरूद्ध हड़ताल पर जा रहे हैं। पारा शिक्षकों की हड़ताल के कारण कई स्कूल सिर्फ एमडीएम के लिए खुल रहे हैं। शिक्षा विभाग के इतने कर्मी हड़ताल पर है, इसके बावजूद शिक्षा विभाग की ओर से हड़ताल खुलवाने को लेकर कोई पहल नहीं की जा रही है।