-एमजीएम हॉस्पिटल के मेडॉल लैब की रिपोर्ट से मचा हड़कंप

-हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने प्रधान सचिव से मेडॉल लैब के खिलाफ कार्रवाई का किया आग्रह

JAMSHEDPUR: एमजीएम मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में खुली मेडॉल कंपनी की पैथोलॉजी लैब की एक जांच रिपोर्ट से हड़कंप मच गया है। मरीज भी हैरान हैं। एमजीएम अस्पताल आए एक एचआईवी पॉजिटिव मरीज की मेडॉल लैब में जांच कराई गई तो उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। इस मामले को लेकर एमजीएम हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने प्रधान सचिव को पत्र लिखकर मेडॉल लैब के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है। बताया जाता है कि इससे पूर्व एक महिला की भी जांच रिपोर्ट सही नहीं पाई गई थी।

चक्कर खाकर गिर पड़ी

उधर, मानगो की एक अन्य महिला आठ दिसंबर को एमजीएम अस्पताल पहुंची। इस दौरान चिकित्सकों ने उसे शुगर की जांच कराने की सलाह दी। महिला ने मेडॉल लैब में जांच करायी। जांच रिपोर्ट में रेंडम ख्09 होने की पुष्टि हुई। रिपोर्ट पर महिला को भरोसा नहीं हुआ और उसने एक निजी पैथोलॉजी सेंटर से भी जांच कराई। यहां कि रिपोर्ट में रेंडम क्0क् बताया गया। दोनों जगह की रिपोर्ट अलग-अलग आने से महिला सकते में आ गयी और एमजीएम हॉस्पिटल कैंपस में ही चक्कर खाकर गिर पड़ी। महिला ने मेडॉल लैब की रिपोर्ट के आधार पर शुगर की दवाएं शुरू कर दी थीं। महिला के परिजनों ने इसकी शिकायत मेडॉल के पदाधिकारी व अस्पताल प्रबंधन से की थी। महिला में ब्लड शुगर की पूर्व से कोई हिस्ट्री नहीं थी।

गलत रिपोर्ट की शिकायत मिली है। यह गंभीर बात है। और भी कई शिकायत मिल रही है। इस संबध में कार्रवाई के लिए सरकार को पत्र लिखा गया है।

- डॉ। आरवाई चौधरी

सुपररिंटेंडेंट, एमजीएम

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मुझे इसकी सूचना नहीं है। किसी भी मरीज को गलत रिपोर्ट नहीं दी जाती है। अगर ऐसा है तो संबंधित कर्मचारियों से इस संदर्भ में पूछताछ की जाएगी।

- अभिजीत गौड़

सेंटर इंचार्ज, मेडॉल लैब