जमशेदपुर (ब्यूरो): आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में छोटे, बड़े और मध्यम श्रेणी की करीब 2000 कंपनियां संचालित हैं। प्रतिदिन वाहनों से मैटेरियल का आना-जाना लगा रहता है। इन सडक़ों से आम लोग भी आना-जाना करते हैं, लेकिन सडक़ों की स्थिति ऐसी है कि हर वक्त लोगों को दुर्घटना का खतरा बना रहता है। अब मानसून ने दस्तक दे दी है, ऐसे में सडक़ पर बने गड्ढों के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है।

रोड है जर्जर

अगर हम केवल एनआईटी मोड़ से रेलवे पुल होते हुए गुजरने वाली सडक़ की बात करें तो एक तरह से यह मेन रोड है और टोल रोड को कनेक्ट करता है, लेकिन इस सडक़ में इतने गड्ढे बने हुए हैं कि आप गिन नहीं सकेंगे। इन गड्ढों में बारिश का पानी भर जाने के कारण लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है।

दुर्घटना की आशंका

सडक़ पर बने गड्ढों में पानी भर जाने के कारण यह पता ही नहीं चल पाता है कि वहां गड्ढे हैं या नहीं। ऐसे में अगर कोई वाहन चालक, खासकर टू व्हीलर चालक गलती से उधर से गुजरता है तो गड्ढे का पता न चलने के कारण दुर्घटना का शिकार हो जाता है। कई बार लोग इस सडक़ पर गिरकर जख्मी हो चुके हैं, लेकिन जियाडा द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

नहीं है कोई ध्यान

आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया आदित्यपुर नगर निगम के ही दायरे में आता है, लेकिन उद्यमी नगर निगम को नहीं मानते। उनका कहना है कि वे जियाडा को शुल्क का भुगतान करते हैं, इसलिए नगर निगम को नहीं देंगे, क्योंकि वे दो-दो जगह शुल्क नहीं दे सकते। ऐसे में नगर निगम द्वारा क्षेत्र में कोई काम नहीं किया जाता और जियाडा है कि उसे इस ओर से कोई मतलब ही नहीं है।

आयडा के पास पहले खर्च का पावर था। अब उसका लिमिट कम हो गया है। हालांकि इंडस्ट्रियल एरिया के 28 किलोमीटर रोड की मरम्मत का काम पास हो चुका है। उद्योग विभाग से भी यह पास हो चुका है। बारिश के कारण काम रुका है। फिलहाल सडक़ के गड्ढों को भरवाया जाएगा।

-इंदर अग्रवाल, अध्यक्ष, एसिया