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JAMSHEDPUR: लौहनगरी रोड एक्सीडेन्ट का शहर बन गया है। शहर में हर दूसरे-तीसरे दिन सड़क दुघर्टना में किसी ना किसी की जान चली जा रही है। मानगो हो या सोनारी या बिरसानगर हर जगह रफ्तार के कहर से किसी ना किसी घर के चिराग की जान चली जा रही है। जमशेदपुर में पिछले ब्0 दिन में हुए रोड एक्सीडेंट में क्ब् लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि कई लोग घायल भी हुए हैं। रोड सेफ्टी को लेकर ट्रैफिक पुलिस की तरफ से कुछ नहीं किया जाता है। ट्रैफिक पुलिस का पूरा ध्यान अवेयर करने के बजाय चौराहों पर खड़े होकर चालान काटने पर रहता है। बाइक सवार बिना हेलमेट और ट्रिपलिंग करते फर्राटा भरते हैं और कार सवार बिना सीट बेल्ट रोड पर गाड़ी दौड़ाते हैं, लेकिन उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। रांग साइड ओर ओवस्पीड चलना तो जैसे शहर के लोग अपना हक समझते है। यही सब वजह दुर्घटना का कारण बनती है।

रफ्तार पर लगाम जरूरी

रोड एक्सीडेंट की सबसे बड़ी वजह वाहनों की तेज रफ्तार भी है। वहीं रोड में मौजूद गढ्डे एवं वाहनों का फिटनेस भी एक्सीडेन्ट का कारण है। विभाग द्वारा हर दो साल में रोड एक्सीडेन्ट के कराए गए सर्वे जिसमें ख्0क्ब् में हुई सर्वे में 70 रोड एक्सीडेन्ट हुई तथा ख्0क्म् में हुई 8ख् रोड एक्सीडेन्ट हुई है। ख्0क्ख् से ख्0क्म् के बीच शहर में टोटल क्ख्ब्7 रोड एक्सीडेन्ट हुए है जिसमें ब्म्म् लोगों की जान गई। हादसे रोकने के लिए वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाना जरूरी है।

ब्0 दिन में हुए सड़क हादसे

म् अक्टूबर - मानगो थाना चेपा पुल के पास मिनी बस के चपेट में आने से युवक की मौत

9 अक्टूबर - बेल्डीह काली बाड़ी के पास रवि सोनकर की मौत

ख्म् अक्टूबर - मरिन ड्राइव में भुवनेश्वर शर्मा की मौत

ख्7 अक्टूबर - बिरसानगर हुरलुंग में आठ वर्षीय अंशुमान श्रीवास्तव की मौत

ख्8 अक्टूबर - सुंदरनगर में कार के धक्के से मो गुलाम की मौत हो गई

ख्9 अक्टूबर - बिष्टुपुर के गरमनाला के पास ट्रक की चपेट में आने से रिफ्यूजी कॉलोनी के सोनू की मौत

फ्क् अक्टूबर - डिमना रोड में उलीडीह के युवक की मौत

फ्क् अक्टूबर - भुइंयाडीह रोड पर दिनेश शर्मा की मौत

क् नवंबर - मानगो पुल पर कपाली निवासी मो नौशाद की जान गई

भ् नवंबर - जादुगोड़ा में यूसिल कर्मचारी नकुल पात्रों की दुघर्टना में मौत

8 नवंबर - मरीन ड्राइव पर ट्रेलर की चपेट में आने से कपाली इस्लाम नगर के नजीमुल अंसारी ने दम तोड़ा

क्क् नवंबर - कदमा-सोनारी लिंक रोड पर लग्जरी कार मांजा और जगुआर की टक्कर, 7फ् वर्षीय सुधा प्रसाद की मौत

क्फ् नवंबर - टाटा-कांड्रा मेन रोड पर बस-बाइक की टक्कर में चिलकु गांव निवासी सविता महतो की मौत

क्भ् नवंबर - बहरागोड़ा थाना क्षेत्र के केशरदा रोड पर एक्सीडेंट गोविंदपुर के टीपीएस डीएवी स्कूल बहरागोड़ा के प्रिंसीपल एसके पांडेय ने दम तोड़ा

लापरवाही भी एक वजह

वाहनों का ओवरटेक करने समय भी लापरवाही बरतने से हादसे होते हैं। जिले में रोड पर वाहनों का दबाव बढ़ता जा रहा है। रोड वही है, जबकि वाहनों की संख्या बेतहाशा बढ़ गई है। इसके चलते आए दिन जाम लगता है। मानगो ब्रिज तो रोज ही जाम रहता है। ख्00फ् से ख्00ब् में शहर में महज ख्,ख्भ्,ब्80 वाहन थे। अब इसकी तादाद पांच लाख म्8 हजार तक पहुंच गई है।

क्भ्0 की स्पीड में दौड़ते हैं ट्रक

रोड एक्सीडेन्ट के पीछे एक वजह नो इंट्री की समाप्ति पर ट्रक ड्राइवरों में शहर में घुसने की होड़ मचती है। ट्रक और ट्रेलर ड्राइवर तेज गति से ट्रक दौड़ाते हैं। जरा सी चूक होने पर हादसा हो जाता है। रोज रात को क्क् बजे के आसपास से डिमना रोड खतरनाक हो जाती है। इसमें दोनों तरफ ट्रेलर और ट्रक क्भ्0 की स्पीड में दौड़ते हैं। इससे सड़क पर बाइक चलाने वालों की रूह कांप उठती है। दो लेन की सड़क में कभी-कभी तीन ट्रक और डंपर दौड़ रहे होते हैं।

जिले में कुल वाहनों की संख्या। भ्,म्8, ब्ब्ख्

कुल ट्रकों की संख्या- 90ब्क्

कुल बसों की संख्या- म्म्0

कुल कारों की संख्या- म्फ्क्9भ्

कुल टैक्सी की संख्या- फ्क्ख्फ्

कुल जीपों की संख्या-क्ब्0म्0

कुल टेंपो की संख्या- ख्ख्00क्

दोपहिया वाहनों की संख्या - ब्,फ्ख्, म्00

कुल ट्रैक्टर की संख्या - ब्भ्भ्9

कुल ट्रेलर की संख्या- फ्7क्0

अन्य वाहनों की संख्या -क्भ्भ्ब्8

(इसके अलावा ख्00ब् से पहले के भी हजारों वाहन सड़क पर दौड़ रहे हैं.)

रफ ड्राइविंग के कारण सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। सड़क सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करना भी सड़क दुर्घटना का कारण बनाती है। आम लोग अगर हर स्तर पर जागरूक हो जाएं तो सड़क दुर्घटनाएं कम हो जाएंगी।

-विवेकानंद ठाकुर, ट्रैफिक डीएसपी, जमशेदपुर