JAMSHEDPUR: झारखंड में जनजातीय विश्वविद्यालय (ट्राइबल यूनिवर्सिटी) की स्थापना जल्द होगी। इस दिशा में काम तेजी से चल रहा है। स्थल चयन की प्रक्रिया शुरू है। इस संबंध में कोल्हान के आयुक्त को पत्र भेजा जा चुका है। ये बातें शनिवार को सिदगोड़ा टाउन हॉल में आयोजित संताली राइटर्स एसोसिएशन के सम्मेलन में राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कहीं। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना से जनजातीय भाषाओं के संरक्षण, संवर्धन व विकसित करने में पूरा-पूरा मौका मिल सकेगा। राज्यपाल ने कहा कि जाहेरथान अब धार्मिक आस्था का ही केंद्र नहीं बनें, बल्कि यहां से अच्छे विचार आने चाहिए।

साहित्यकारों को दिया सम्मान

सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि सांसद विद्युत वरण महतो, विकास मुखर्जी, जदुमनी बेसरा व गंगाधर हांसदा आदि मौजूद थे। इससे पूर्व अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर सम्मेलन की शुरुआत की। राज्यपाल ने सम्मेलन में मौजूद साहित्यकारों को शॉल ओढ़ाकर और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। स्वागत भाषण टाटा स्टील के अनिल उरांव एवं धन्यवाद ज्ञापन रवींद्रनाथ मुर्मू ने दिया। सम्मेलन आयोजन में पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा, मंगल मांझी, नरेश मुर्मू, मानसिंह मांझी, जोबा मुर्मू, कुशल हांसदा, लुसी टुडू, खुशी हांसदा, सालगे हांसदा, डोमन समेत अन्य ने योगदान दिया।

इन्हें मिला स्पेशल अवार्ड

क्। रामदास टुडू अवार्ड -जयराम टुडू

ख्। साधु रामचंद्र मुर्मू अवार्ड- गोविंद चंद्र मांझी

फ्। पंडित रघुनाथ मुर्मू अवार्ड- बाबूलाल टुडू

ब्। बाबूलाल मुर्मू आदिवासी अवार्ड- मानसिंह टुडू

भ्। आरआर किस्कू रापाज अवार्ड- जोबा मुर्मू

म्। बेस्ट जर्नल सम्मान- मोहन चंद्र बास्के

साहित्य अकादमी के विजेता भी सम्मानित

क्। रविलाल टुडू, साहित्य अकादमी पुरस्कार-ख्0क्भ्

ख्। ताला टुडू, अनुवाद पुरस्कार-ख्0क्भ्

फ्। कुहू दुलाड़ हांसदा, बाल साहित्य पुरस्कार-ख्0क्भ्

ब्। परिमल हांसदा, युवा पुरस्कार- ख्0क्म्

सभी यूनिवर्सिटीज में खुलेगी संताली अकादमी

संताली राइटर्स एसोसिएशन के सम्मेलन में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि दुमका के सिदो-कान्हू विश्वविद्यालय (विवि) में संताली अकादमी की स्थापना हुई थी, जिसे विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा सभी विवि में संताली अकादमी खोलने का भी काम चल रहा है। इसके लिए सभी यूनिवर्सिटीज के वीसी को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं। राज्यपाल ने कहा कि आठवीं अनुसूची में शामिल इस भाषा पर झारखंड में राज्य स्तर पर काम होना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि ट्राइबल रिसर्च इंस्टीटयूट के खाली सभी ख्म् पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि दिल्ली दौरे में वित्तमंत्री अरुण जेटली से बात की थी। जल्द ही सभी नोटों पर अन्य भाषाओं की तरह संताली भाषा में भी रुपए की जानकारी दी जाएगी।

करणडीह में बनेगा हॉल : विद्युत

सम्मेलन में सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि संताली भाषा आठवीं अनुसूची सम्मिलित है। इसलिए आदिवासी बहुल क्षेत्रों के रेलवे स्टेशनों का नाम ओलचिकी में लिखा जाना चाहिए। शहर में आदिवासियों का हमेशा कोई ना कोई कार्यक्रम होता रहता है। यह सिलसिला आगे भी चलता रहे। इसके लिए करनडीह के पास जल्द ही एक बड़ा हॉल बनवाया जाएगा जो आदिवासी समाज को समर्पित होगा।

इन मुद्दों पर पर हुआ मंथन

सम्मेलन के प्रथम सत्र में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का संताली साहित्य व संस्कृति पर प्रभाव विषय पर चर्चा हुई। इसमें असम के पूर्व स्पीकर पृथ्वी माझी, सी सोरेन, डॉ। दमयंती बेसरा, श्याम बेसरा, डॉ। रतन हेंब्रम ने अपने-अपने विचार रखे। द्वितीय सत्र में संताली समुदाय को एकीकरण करने में ओलचिकी की भूमिका पर चर्चा हुई, जिसमें बादल हेंब्रम, जीसी माझी, भोगला सोरेन ने अपने विचार दिये।