अब आई बात समझ में
अरे ओ सांभा सरकार ने हम पर कितना इनाम रखा है, पूरे पचास हजार सरदार। पिछले अड़तीस सालों से गब्बर सिंह पूरे गर्व से अपने सिर पर रखे गए इनाम की इस रकम का ढिंढ़ोरा पीटते आ रहा है। अगर आपको पचास हजार रुपए के इस इनाम का धौंस गब्बर का बड़बोलापन लगता हो तो एक नजर मर्डर, डकैती, लूट जैसे मामलों में फरार चल रहे इस्ट सिंहभूम के उन अपराधियों को पकड़वाने के लिए पुलिस द्वारा तय किए गए रकम पर डाले। डिस्ट्रिक्ट पुलिस द्वारा कई संगीन मामलों में फरार घोषित किए गए 710 क्रिमिनल्स की लिस्ट में ऐसे कई क्रिमिनल्स हैं जिन्हें पकड़वाने पर 25 और 50 रुपए जैसी मामूली रकम इनाम के तौर पर रखी गई है।

ये तो हद हो गई
नाम बास्ते मुर्मू, जादुगोड़ा थाने में बास्ते के खिलाफ 1987 में हत्या का मामला दर्ज किया था, पुलिस की फाइलों में बास्ते का नाम एब्सकॉन्डर के तर्ज पर दर्ज है। पुलिस ने इस खतरनाक अपराधी पर 25 रुपए इनाम घोषित कर रखा है। पुलिस की नजरों में कुछ ऐसी हीं वैल्यू हत्या, दंगा, रोड रॉबरी, रेप जैसे मामलों में शामिल पचास से ज्यादा एब्सकॉन्डर्स की है, पुलिस द्वारा इन सभी पर 50 रुपए इनाम रखा गया है। इसके अलावा करीब 9 अपराधी ऐसे जिन्हें पकड़वाने में मदद करने पर 75 रुपए इनाम देने की घोषणा की गई है।

Murder और चोरी का एक ही treatment
पुलिस की नजरों में मर्डर और चोरी जैसे अपराधों की गंभीरता एक ही जैसी लगती है। पुलिस के एब्सकॉन्डर लिस्ट में इन अपराधों में शामिल कई क्रिमिनल्स पर एक ही जैसा इनाम रखा गया है। वहीं कई मामले ऐसे भी जिनमें चोरी के मामले में फरार अपराधी पर जहां 500 रुपए इनाम रखा गया है वही दंगा, रेप और किडनैपिंग जैसे क्राइम में शामिल अपराधी के सिर पर 50, 100 और 75 रुपए जैसा इनाम रखा गया है।

सुधार की है जरुरत
अब इतने रुपए के लिए शायद ही कोई शख्स खतरनाक अपराधियों को पकड़वाने में पुलिस की मदद करे। ये बात पुलिस को भी अच्छी तरीके से पता है। इस्ट सिंहभूम के एसएसपी रिचर्ड लकड़ा ने बताया कि फरार अपराधियों पर रखी गई इनाम की ये रकम काफी कम है। उन्होंने कहा कि अपराधियों पर इनाम के लिए रकम तय करने का काम सीआईडी द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से इनाम के तौर पर ये रकम चली आ रही है। उन्होंने इस रकम को बदले जाने की जरुरत बताई।

खत्म हो सकता है ये इनाम भी
डीआईजी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि फरार क्रिमिनल्स के लिए एसपी लेवल पर 500 रुपए तक इनाम तय करने का अधिकार है। वहीं, डीआईजी स्तर पर यह रकम 5 हजार रुपए तक की जा सकती है। उन्होंने बताया कि इनाम की राशि को और बढ़ाने का अधिकार सीआईडी को है। साथ ही फरार क्रिमिनल्स पर घोषित इनाम की रकम का सलाना रीविजन होता है। अगर ऐसा न हो तो पहले से तय किया गया इनाम भी खत्म हो जाता है। हालांकि, उन्होंने भी इनाम के लिए तय किए जाने वाले इस रकम में बदलाव की जरूरत बतायी।

'फरार अपराधियों पर घोषित इनाम की ये रकम कम है। इसमें बदलाव की जरुरत है.'
-रिचर्ड लकड़ा, एसएसपी, इस्ट सिंहभूम

'नक्सली मामलों में शामिल क्रिमिनल्स के लिए इनाम की रकम ज्यादा रखी गई है। ऐसे लोगों पर दो लाख से लेकर दस लाख रुपए तक का इनाम घोषित है.'
-रेजी डुंगडुंग, एडीजी, स्पेशल ब्रांच

Report by: abhijit.pandey@inext.co.in