जमशेदपुर (ब्यूरो): जमशेदपुर और आदित्यपुर को जोडऩे वाले स्वर्णरेखा नदी पुल के बीचोबीच ठेला लगाने वाले आखिर कौन लोग हैैं? कहां से आए हैैं इसका पता नहीं है। पुल पर आपको लगातार दर्जनों फल के ठेले मिल जाएंगे। ये पुल पर ठेला लगाकर वहीं टेबल पर बैठ जाते हैं। इस कारण आधी सडक़ तो ये ही घेर लेते हैं, इससे वाहनों की आवाजाही में भी परेशानी होती है। ऐसे में यहां एक गंभीर सवाल यह है कि अगर कोई दुर्घटना होती है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये बाहरी लोग हैं। कहां से आ रहे हैं, इस बारे में पता लगाने की जरूरत है। हालांकि झारखंड हाई कोर्ट द्वारा बांग्लादेशी घुसपैठ पर सख्त रूख अख्तियार करने के बाद एक सवाल यह भी खड़ा होता है कि, ये लोग बांग्लादेशी घुसपैठिया तो नहीं।

नहीं है परवाह

पुलिस इन्हें पुल से एक बार भगाती है फिर शांत बैठ जाती है। इस बात की नियमित जांच नहीं होती कि ये ठेले वाले वहां से हटे या नहीं। स्थिति यह है कि अब जमशेदपुर और आदित्यपुर के किनारे को छोड़ पुल के बीचो-बीच ठेला लगाकर कारोबार किया जा रहा है। अब दोनों जिलों की पुलिस इनपर हाथ नहीं डाल रही है। इसका कारण यह है कि एक तरफ का क्षेत्र बिष्टुपुर और दूसरी तरफ का आदित्यपुर थाना क्षेत्र में पड़ता है, लेकिन बीच का हिस्सा किस थाना क्षेत्र में आता है, यह तो पुलिस भी नहीं जानती। इस कारण पुलिस वहां ध्यान नहीं दे रही है और ये घुसपैठिए पुल के बीचो बीच ठेला लगाकर अपनी दुकान चलाने के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था में भी बाधा बन रहे हैं।

चौड़ा पुल हो गया है संकरा

आपको बता दें कि पहले खरकई नदी पर जो पुल था वह ज्यादा चौड़ा नहीं था। बाद में करोड़ों रुपए की लागत से लंबा-चौड़ा पुल बनाया गया, लेकिन आज भी स्थिति वही है। पुल चौड़ा तो है, लेकिन पुल के पर ठेला लगाने के कारण यह संकरा हो गया है। इस कारण हर वक्त दुर्घटना का खतरा बना रहता है।

चौड़ी सडक़ें हो रहीं संकरी

बाहरी लोगों की भीड़ सडक़ों पर भी कब्जा जमा रही है। एक तरफ शहर की सडक़ों के चौड़ीकरण के साथ ही सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है। सिटी के हर एरिया में सडक़ें चौड़ी की जा रही हैं, और सडक़ों के चौड़ी होने के साथ ही इसे संकरा करने का खेल भी शुरू हो गया है। सडक़ के किनारे ही ठेले और दुकानें सज रही हैं, जो ट्रैफिक व्यवस्था के लिहाज से एक गंभीर मसला है, लेकिन किसी का भी ध्यान इस और नहीं जा रहा है।

नदी के बीच का क्षेत्र होने के कारण थाना क्षेत्र का पेंच फंसता है। हालांकि इस स्थिति में दोनों थाना में से किसी भी थाने की पुलिस एक्शन ले सकती है। जहां तक बांग्लादेशी घुसपैठ की बात है तो इस मामले पर हमारी भी नजर है। शिकायत मिलने पर मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

आनंद प्रकाश, एसपी, सरायकेला-खरसावां

बांग्लादेशी घुसपैठ गंभीर मामला है। पूरे शहर में इनकी संख्या बढ़ रही है। इनका राशन कार्ड और दूसरे सरकारी दस्तावेज इतनी आसानी से कैसे बन जाते हैं, यह एक गंभीर सवाल है। इस मामले को लेकर जल्द ही हम एसपी और अन्य वरीय पदाधिकारियों से मिल जांच की मांग करेंगे।

मंटू दुबे, विहिप-गौ रक्षा विभाग सह प्रमुख