-दहेज प्रताड़ना के 781 cases pending
--Rape के 273 cases में होना है decision
--Fast track court से rape के कई मामलों में हुआ conviction
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JAMSHEDPUR : हम वीमेन राइट्स की बातें करते हैं, सोशलिस्ट लोगों से महिलाओं के प्रति अपना नजरिया बदलने की बात करते हैं, लेकिन चया हमने कभी सोचा है कि लोगों में महिलाओं के प्रति नजरिए में कोई बदलाव आया भी है या नहीं। अगर सोचा भी है तो इसका जवाब होगा नहीं। इसका कारचा यह है कि महिलाओं पर हो रहे अचयाचार को रोकने के लिए भले ही कड़े कानून बनाए गए हैं, लेकिन इससे उनके प्रति होने वाले अपराधों में कमी नहीं आ पायी है।
Conviction rate है कमम
ईस्ट सिंहभूम डिस्ट्रिचट में आए दिन महिलाओं के साथ हो रहे क्राइम के मामले सामने आते रहते हैं। इनमें कई मामले पुलिस के बाद कोर्ट तक भी पहुंचते हैं, लेकिन हमारी चयूडिशियल प्रोसेस इतनी लंबी है कि महिलाओं को चयाय मिलने में बहुत समय लग जाता है। सिविल कोर्ट के एडवोकेट अर्शद ने कहा कि कई मामलों में आरोपी को सजा भी होती है, लेकिन इनकी संचया बहुत कम होती है। महिलाओं के साथ बढ़ते क्राइम केसेज के जल्द से जल्द निष्पादन के लिए फॉस्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की गई। अब यहां लगातार केसेज का डिस्पोजल किया जा रहा है।
Cases हैं pending
ईस्ट सिंहभूम डिस्ट्रिचट में दो कोर्ट हैं। इनमें जमशेदपुर में एक डिस्ट्रिचट कोर्ट व चाटशिला में सब डिविजनल कोर्ट है। इन दोनों कोर्ट में महिला क्राइम से जूड़े 1288 केसेज पेंडिंग हैं। यह फिगर जनवरी 2014 तक के हैं।
दहेज प्रताड़ना के मामले चयादा
डिस्ट्रिचट में सबसे चयादा महिलाएं दहेज प्रताड़ना की शिकार हो रही हैं। डिस्ट्रिचट कोर्ट में दहेज प्रताड़ना के 781 केसेज पेंडिंग हैं, जबकि रेप के 273, मोलेस्टेशन के 227 व चारेलू हिंसा के सबसे कम 7 मामले ही कोर्ट में पेंडिंग हैं।
बढ़ रहे है रेप के मामले
अगर रेप केस की बात करें तो सिटी के साथ ही पूरे कोल्हान में इसके मामले लगातार सामने आ रहे हैं। रेप के 273 मामले कोर्ट में पेंडिंग होना इस बात को दर्शाता है कि रेप जैसी शर्मनाक वारदात को किस हद तक अंजाम दे रहे हैं। यही हाल मोलेस्टेशन का भी है।
इव टिजिंग से नहीं लगता डर
सिटी में इव टिजिंग जैसे मामले कॉमन हैं। इस तरह के मामले सामने आने पर या तो आरोपी को सजा नहीं होती या फिर सो कॉल्ड पोलिटिकल लीडर्स व सोशल वर्कर्स आरोपी मनचले की पैरवी के लिए थाने में डेरा जमा देते हैं। यही कारचा है कि ऐसे मनचलों की हिचमत दिन प्रति दिन बढ़ते ही जा रही है।
District court में महिला crime से जुड़े pending cases
Case number
रेप ख्7फ्
दहेज प्रताड़ना 78क्
मोलेस्टेशन ख्ख्7
डोमेस्टिक वायोलेंस 7
टोटल क्ख्88
फास्ट ट्रैक कोर्ट बनने के बाद महिलाओं के साथ हो रहे क्राइम केसेज के डिस्पोजल में तेजी आयी है पुलिस द्वारा जांच रिपोर्ट व चार्जशीट समय पर न देने के कारचा भी केस के डिस्पोजल में देरी होती है।
एसए हैदर उर्फ गुड्डू हैदर, एडवोकेट, सिविल कोर्ट