रांची (ब्यूरो)। केंद्र सरकार की ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप सोलर प्रोग्राम फेज-टू भी राज्य में लागू है। इसके लिए झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड को नोडल एजेंसी बनाया गया है। इस योजना के तहत कोई व्यक्ति अपने घर की छत पर तीन किलोवाट क्षमता तक का रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट लगता है, तो उसे 40 फीसदी तक सब्सिडी दी जाएगी। एक किलोवाट की क्षमता का प्लांट लगाने पर 52 हजार रुपए की लागत आती है। यानी इसमें 18 हजार रुपए सब्सिडी दी जाएगी। इसी तरह तीन किलोवाट से 10 किलोवाट क्षमता तक के पावर प्लांट लगाने पर 20 फीसदी की सब्सिडी दी जाती है।

रोजगार से जोडऩे का प्रयास

सौर ऊर्जा नीति के अनुसार, वर्ष 2027 तक 45 हजार नये रोजगार का भी सृजन होगा। वहीं, पांच हजार करोड़ रुपए का निवेश और राच्य सरकार को 4500 करोड़ रुपए के राजस्व की वृद्धि का दृष्टिकोण रखा गया है। इस निवेश से राच्य को 3.2 मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन की कमी आएगी। इससे पर्यावरण सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह नीति पांच वर्षों के लिए बनाई गई है।

खाली जमीन पर लगेगा प्लांट

झारखंड में 4000 मेगावाट सोलर पावर प्लांट का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर प्लांट लगाए जाएंगे। इसके लिए निवेशकों को नीति में कई रियायतें दी गयी हैं। राज्य में वर्ष 2027 तक 5200 करोड़ रुपए निवेश प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं, सरकार की बेकार पड़ी या इस्तेमाल न हो रही जमीनों की सूची तैयार की जाएगी। जेरेडा के माध्यम से निवेशकों को जमीन का आवंटन किया जाएगा।

80 प्रतिशत तक सब्सिडी

राच्य सरकार की सौर ऊर्जा नीति के तहत जिस व्यक्ति की आय सालाना तीन लाख रुपए से कम है और वह अपने घर में सोलर प्लांट लगाना चाहता है, तो उसे 80 फीसदी सब्सिडी जी जाएगी। वहीं, अगर किसान सौर ऊर्जा आधारित कृषि कार्य करते हैं, तो उन्हें भी लागत की 30 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी। किसान अगर सोलर पंप लगाते हैं, तो 66-67 फीसदी तक सब्सिडी दी जाएगी।

900 मेगावाट का लक्ष्य

राच्य सरकार ने 31 जलाशयों में फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य रखा है। इससे 900 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इसी तरह नहरों पर 400 मेगावाट के कैनॉल टॉप सोलर प्लांट लगाए जाएंगे। घर की छतों पर 250 मेगावाट के लक्ष्य के साथ रूफ टॉप सोलर प्रोजेक्ट लगाए जाएंगे। राज्य के सभी कार्यालयों, स्कूलों और सरकारी आवासों में भी सौर ऊर्जा आधारित प्लांट लगाने का प्रावधान किया गया है, ताकि इन भवनों की बिजली की जरूरत सौर ऊर्जा से ही हो सके। राज्य में सोलर पावर प्लांट लगाने का लक्ष्य (उत्पादन मेगावाट में)

सोलर पावर - 700

नन पार्क सोलर - 1000

फ्लोटिंग सोलर - 900

कैनॉल टॉप सोलर - 400

रूफ टॉप सोलर - 250

कैप्टिव सोलर - 220

सोलर एग्रीकल्चर - 250

सोलर विलेज - 110

सोलर फॉर लाइवलीहुड - 50

सोलर पंप - 120

इन एजेंसियों को जरेडा ने भेजा नोटिस

मदानी इंजीनियरिंग वर्क कानपुर

पूनम एनर्जी कोलकाता

सावन इलेक्ट्रॉनिक्स हैदराबाद

एसकेएस एंटरप्राइजेज रांची

सोलेक्स एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड

उजास एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड

फोर ई-जंक्शन रांची

एक्सेस सोलर लिमिटेड हैदराबाद

बीएनके एनर्जी दिल्ली

शरीनेट एंड सांडुलिया कंस्ट्रक्शन दिल्ली

स्टैटिक इंटरप्राइजेज रांची

सूर्या इंटरनेशनल उड़ीसा

विक्ट्री कानपुर

आदर्श सोलर पावर सॉल्यूशन चेन्नई

एलाइंस इंटरप्राइजेज रांची

इको इंस्टैपावर अलवर

एकांची इंजीनियरिंग रांची

एस के इलेक्ट्रॉनिक छत्तीसगढ़

लुंबिनी एलाइट सॉल्यूशन रांची

मनसा इंटरप्राइजेज रांची

संवाद एनर्जी सिस्टम्स पुणे

ग्रीन सोलर सिस्टम मुंबई

चंडीगढ़ पावर प्राइवेट लिमिटेड

सनडिगो सोलर साल्यूशंस कोलकाता

यूनिवर्सल हाईटेक जमशेदपुर

वीआरजी एनर्जी राजकोट

अशरफ इंटरप्राइजेज रांची

आस्था कंस्ट्रक्शन डाल्टनगंज

फ्रंटेक इंजीनियरिंग रांची

गायत्री इंजीनियरिंग भुवनेश्वर

कलिंगा उत्कल विद्युत प्राइवेट लिमिटेड भुवनेश्वर

ल्यूक्रेटिव सोलर रायपुर

नमन सेल्स कॉरपोरेशन रांची

राजवंश एंटरप्राइजेज रांची

रांची पार्टनर मैनेजमेंट कंसलटेंट रांची

रिच पार्थोकेयर प्राइवेट लिमिटेड चेन्नई

साहू इलेक्ट्रिकल छत्तीसगढ़

संकेश्वर इंजीनियर रायपुर

शिवालिक इनजीकन रांची

सनराइज इंडिया रांची

सूर्य किरण चतरा

आईएनए सोलर पावर धनबाद