रांची : हिनू में अल्ताफ की ताबड़तोड़ गोली मारने में शामिल रहे सभी दस अपराधी दबोच लिए गए हैं। इनमें गोली मारने वाले चार शूटरों के अलावा रेकी करने वाले अपराधी भी शामिल हैं। अल्ताफ की हत्या की पूरी साजिश डोरंडा निवासी मो। अली ने की थी। उसी ने शूटरों को हथियार भी उपलब्ध करवाया था। इस घटना के बाद खुलासा हुआ है कि जमीन के धंधे में पुराने अपराधी स्लीपर सेल के रूप में तैयार हो रहे। जो कभी भी किसी को मारने के लिए तैयार रहते हैं। इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस किया।

जमीन कारोबार में पार्टनर

एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए अपराधी जमीन के कारोबार में पार्टनर बनाए गए थे। उन्हें सुपारी के रूप में जमीन बिक्री पर कमीशन देने की डील हुई थी। यहां तक कि घटना के लिए किसी भी शूटर को या रेकी कराने वालों को एडवांस तक नहीं मिला था। घटना को अंजाम देने के बाद फरार होकर रांची से बाहर जाने के लिए अपराधियों के पास पैसे तक नहीं थे। एक दो अपराधियों ने भागकर बाहर जाने की कोशिश तक की, लेकिन वे पैसे के अभाव में बाहर नहीं जा पाए।

तीन टीमें कर रही थी काम

अल्ताफ को मारने के लिए तीन अलग-अलग टीमें बनीं थीं। एक टीम का काम प्ला¨नग व हथियार, बाइक व स्कूटी उपलब्ध करवाना था। दूसरे का रेकी करना, जबकि तीसरे का काम स्पॉट पर हत्या कर फरार होना था। तैयारी के अनुसार 14 जुलाई को एक टीम के सदस्य ने अल्ताफ के घर से लेकर घटनास्थल तक रेकी की। वहीं दूसरी टीम में शामिल चार शूटरों ने आइलेक्स के समीप कार में बैठे अल्ताफ पर ताबड़तोड़ फाय¨रग कर हत्या कर दी। इस घटना की साजिश रचनेवाला आरोपित मो। अली अबतक फरार है। इस घटना में शकील भी संलिप्तता भी खंगाली जा रही है। अल्ताफ की हत्या गौस नगर सहित अन्य जमीनों के विवाद में शुरू हुई वर्चस्व की वजह से ही की गई।

12 राउंड हुई थी फाय¨रग

अल्ताफ को गोली मारने में राशिद उर्फ मारी, साहेब उर्फ दादा, शाहबाज उर्फ चोंच और सरफराज उर्फ मुग्गी शामिल थे। शूटरों ने कुल 12 राउंड फाय¨रग की थी। इसमें से सात गोली अल्ताफ को लगी थी। पहली गोली साहेब खान ने मारी थी। जबकि राशिद उर्फ मारी ने शाहबाज उर्फ चोंच से पिस्टल लेकर सबसे आखिरी गोली मारी थी। उसने घटना को अंजाम देने से पहले अपने साथियों से कहा था कि वह अल्ताफ को सबसे आखिरी गोली मारेगा ताकि वह उसे मरा हुआ देख सके।

ये हुए गिरफ्तार

डोरंडा दर्जी मोहल्ला निवासी राशिद अंसारी उर्फ मारी

बेलदार मोहल्ला निवासी साहेब खान उर्फ दादा उर्फ मो। तसलीम

कुम्हार टोली निवासी मो। चांद उर्फ नाथू

मनीटोला निवासी मो। राज उर्फ महताब

धोबी मोहल्ला निवासी निजाद अख्तर उर्फ मुन्ना उर्फ बुलेट

राइन मोहल्ला निवासी शाहबाज कारतूस उर्फ सूखा उर्फ चोंच

रहमत कालोनी निवासी राशिद अंसारी उर्फ फूल

रहमत कालोनी निवासी सरफराज कुरैशी उर्फ मुग्गी

दर्जी मोहल्ला निवासी मो। वारिस और सैफ अली खान।

नामजद पार्षद और उसके पति की भूमिका की जांच

एसएसपी ने बताया कि अल्ताफ की हत्या के मामले में वार्ड संख्या 49 की पार्षद जमीला खातून और उनके पति मो रिजवान की संलिप्तता सामने आई है। हालांकि इसकी जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद पार्षद और उसके पति के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।

पिस्टल व स्कूटी बरामद

पुलिस ने अपराधियों के पास से घटना में इस्तेमाल किए गए तीन पिस्टल, 11 खोखा, चार गोलियां, मैग्जीन, स्कूटी, बाइक सहित अन्य सामान बरामद किया है।

नरेंद्र सिंह होरा की हत्या में शामिल था राशिद

पकड़े गए अपराधियों में राशिद का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। राशिद ने वर्ष 2018 में चावल व्यवसायी नरेंद्र सिंह होरा की लूट के बाद गोली मारकर हत्या कर दी थी। डोरंडा थाने में पांच, जबकि सुखदेवनगर में एक मामला दर्ज है। वह हत्या, लूट, चोरी और मारपीट जैसे मामलों में शामिल रहा है। जबकि चांद के खिलाफ डोरंडा थाने में हत्या का मामला दर्ज है। राज उर्फ माहताब के खिलाफ भी डोरंडा थाने में एक मामला दर्ज है।

अपराधियों को पकड़ने में इनकी रही भूमिका

हटिया एएसपी विनीत कुमार, डोरंडा थानेदार रमेश कुमार सिंह, धुर्वा थानेदार राजीव कुमार, एयरपोर्ट थानेदार आनंद प्रकाश, सबइंस्पेक्टर कमल किशोर पांडेय, सन्नी कुमार, श्रीकांत कुमार, ¨पटू कुमार, विवेक कुमार, उत्तम कुमार, ओमप्रकाश टोप्पो, प्रवीण तिवारी, गौतम राणा, ठाकुर दयाल महतो, विवेक कुमार, एएसआइ शाह फैसल, अजमत अंसारी, सहित एसएसपी की क्यूआरटी शामिल थी।