रांची(ब्यूरो)। सिटी में इन दिनों एटीएम की शाम आ गई है। आलम यह है कि महीने भर में आधा दर्जन एटीएम काट लिये गए। वहीं, जो एटीएम नहीं कटे वहां से पूरी मशीन ही ले भागे चोर। इसके बावजूद एटीएम सुरक्षा को लेकर न पुलिस गंभीर है और न संबंधित बैंक। जी हां, आए दिन अलग-अलग थाना क्षेत्रों से एटीएम में चोरी की वारदात हो रही है। चोरों ने एटीएम सेंटर को सॉफ्ट टारगेट बना रखा है। रात के अंधेरे में बड़ी आसानी से गैस कटर की मदद से एटीएम काट कर कैश निकाल कर ले जा रहे हैं। सिटी में एटीएम चोर का पूरा गिरोह एक्टिव हो गया हैै। हाल के दिनों में इस तरह के मामलों में काफी इजाफा हुआ है। बीते महीने भर में चोरों के गिरोह ने करीब आधा दर्जन एटीएम को अपना निशाना बनाया। लेकिन न तो पुलिस इसे गंभीरता से ले रही है और न ही बैंक की ओर से एटीएम सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। जबसे एटीएम के बाहर से सिक्योरिटी गार्ड हटाए गए हैं तब से सेंटर में चोरी की बढ़ गई है। पहले सभी एटीएम के बाहर सिक्योरिटी गार्ड तैनात रहते थे। अब सिर्फ एसबीआई के एटीएम में ही सिक्योरिटी गार्ड नजर आते हैं, वह भी रात के आठ बजे एटीएम बंद करके चले जाते हैं। इसके बाद राजधानी के एटीएम भगवान भरोसे हो जाते हैं।

थाना के पास भी सेफ नहीं

रातू थाना क्षेत्र में चोरी की वारदात को बार-बार अंजाम दिया जा रहा है। इलाके में सिर्फ एटीएम ही नहीं, बल्कि घर और दुकानों में भी चोर हाथ साफ कर रहे हैं। लेकिन एटीएम में चोरी की वारदात ज्यादा हो रही है। बीती एक रात में चोरों ने रातू थाना क्षेत्र के दो एटीएम काट कर राशि चुरा ली। दिलचस्प बात यह है कि थाना से महज कुछ ही दूरी पर स्थित एचडीएफसी और इंडसइंड बैंक के एटीएम को काटकर चोरों ने लाखों रुपए उड़ा लिये। थाना अगल-बगल में भी एटीएम सुरक्षित नहीं है। अन्य सुनसान इलाकों की तो बात करनी भी बेमानी होगी। सिटी में कई ऐसे स्थानों पर भी एटीएम हैं, जहां सुरक्षा का नामोनिशान नहीं है। गलियों और मुहल्लों में स्थित एटीएम बिल्कुल भी सेफ नहीं है।

दिन में रेकी, रात में चोरी

एटीएम चोर गिरोह का पूरा नेटवर्क एक्टिव है। ग्रुप का कोई सदस्य रेकी करता है तो कोई चोरी को कैसे अंजाम देना है इसकी प्लानिंग करता है। जो एटीएम सेंटर थोड़ा सुनसान इलाके में है, जिसमें कैश डाला गया है। उसी एटीएम सेंटर को निशाना बनाया जाता है। गिरोह के सदस्य रात के अंधेरे में सेंटर के समीप पहुंचते हैं। सबसे पहले ये लोग स्प्रे छिड़ककर सीसीटीवी कैमरा को बंद कर देते हैं। फिर उसका शटर खोलकर अंदर दाखिल हो जाते हैं। इसके बाद बड़े आराम से गैस कटर की मदद मशीन काट कर उसमें रखे कैश निकाल कर आसानी रफू-चक्कर हो जाते हैं।

आउट साइड में ज्यादा वारदात

सिटी के आउट साइड इलाकों में इस तरह की वारदात ज्यादा हो रही हैं। रांची के ग्रामीण इलाकों में लगातार एटीएम काटकर पैसे चोरी के मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि इस मामले में पहले भी पुलिस ने कुछ अपराधियों को गिरफ्तार किया था, फिर भी वारदातों में कोई कमी नहीं आई है। सिर्फ रांची ही नहीं, बल्कि दूसरे जिलों में भी एटीएम चोर गिरोह सक्रिय है। बैंक की ओर से भी एटीएम सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी नियुक्त नहीं किए जाते। जबकि एटीएम में आम नागरिकों का ही पैसा रखा रहता है। बार-बार हादसों से भी सबक नहीं ले रहे बैंक प्रबंधन और पुलिस प्रशासन। इसकी सुरक्षा अपनी जिम्मेवारी नहीं समझती।

हाल में एटीएम काटने के मामले

12 सितंबर : रातू थाना क्षेत्र स्थित दो एटीएम को चोरों ने निशाना बनाया। प्राइवेट बैंक के एटीएम को गैस कटर से काट कर लाखों रुपए उड़ा लिये।

27 जुलाई : बेड़ो के वंदना कॉम्प्लेक्स स्थित यूको बैंक के एटीएम को गैस कटर से काटकर चोर करीब 3 लाख रुपए ले भागे।

22 जुलाई : कांके थाना क्षेत्र में एटीएम काटकर चोरों ने 40 हजार रुपए चुरा लिये। मामले में दो अपराधी गिरफ्तार, दो अब भी फरार।