रांची (ब्यूरो) । नौकरी के लिए परीक्षा देने सैकड़ों अभ्यर्थी रविवार को रांची पहुंचे, लेकिन बिना परीक्षा दिए ही उन्हें वापस लौटना पड़ा। दरअसल, सीआईपी यानी सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ साइकियाट्री ने पांच पदों के लिए वैकेंसी निकाली थी, जिसके लिए 1045 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। लिखित परीक्षा रविवार को रांची के अलग-अलग सेंटर पर होनी थी। सिटी के अन्य एग्जामिनेशन सेंटर पर परीक्षा शांतिपूवर्क आयोजित हुई, लेकिन बूटी मोड़ स्थित शिवा इंफोटेक सेंटर पर अव्यवस्था और फिर सभी सेंटर की परीक्षाएं रद करनी पड़ी।
फूट पड़ा गुस्सा
इसके बाद परीक्षा देने आए सभी कैंडिडेट्स आक्रोशित हो गए, परीक्षा भवन के बाहर ही हंगामा शुरू कर दिया। बताया कि सुबह दस से ग्यारह बजे तक परीक्षा का समय निर्धारित था। साढ़े नौ बजे तक हॉल में एंट्री का समय दिया गया था। सभी कैंडिडेट्स समय से परीक्षा सेंटर पहुंच गए थे। लेकिन सेंटर में पहले से कोई तैयारी नहीं थी। बार-बार दस मिनट में व्यवस्था सही करने का आश्वासन मिलता रहा। लेकिन धीरे-धीरे परीक्षा का समय खत्म हो गया। परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों ने सीआईपी पर लापरवाही और कुछ खास लोगों को फायदा पहुंचाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
एमपी, यूपी से आए थे
अलग-अलग पदों पर निकाली गई नियुक्ति में सिर्फ झारखंड ही नहीं, बल्कि बिहार, एमपी और यूपी से भी कैंडिडेट्स रांची पहुंचे थे। सभी दूर-दूर से आए परीक्षार्थियों को परीक्षा नहीं होने के कारण निराश होकर लौटना पड़ा। मध्यप्रदेश से आए एक अभ्यर्थी ने बताया कि पहले से कोई सूचना नहीं दी गई थी। इतनी दूर से परीक्षा देने आए लेकिन परीक्षा ही नहीं ली गई। अब फिर से परीक्षा देने रांची आना पड़ेगा। पैसे के साथ-साथ समय भी देखना पड़ता है। एग्जामिनेशन सेंटर और सीआईपी दोनों की लापरवाही के कारण आज स्टूडेंट्स को परीक्षा से वंचित रहना पड़ा। सभी अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यह सरासर गलत है। काफी उम्मीद से युवा आवेदन भरते हैं और परीक्षा की तैयारी करते हैं, लेकिन एक लापरवाही के कारण सभी की मेहनत पर पानी फिर जाता है। अभ्यर्थियों ने बताया कि यह सब जान बूझकर किया गया है, ताकि कुछ खास लोगों को फायदा पहुंचाया जा सके।
बिना चेकिंग एंट्री
परीक्षा भवन में जाने से पहले हर अभ्यर्थी की जांच होती है। मैट्रिक-इंटर की परीक्षा में भी अच्छी तरह से जांच-पड़ताल करने के बाद ही स्टूडेंट्स को अंदर भेजा जाता है, लेकिन यह परीक्षा तो नियुक्ति से जुड़ी थी, फिर भी इस परीक्षा में अभ्यर्थियों की कोई जांच नहीं की गई। कैंडिडेट्स अपना मोबाइल फोन लेकर भी अंदर जा रहे थे। एक अभ्यर्थी ने बताया कि एग्जामिनेशन सेंटर में घोर लापरवाही बरती गई है। परीक्षा किसी और विषय का था और क्वेश्चन पेपर किसी दूसरे पेपर का दे दिया गया।
क्या है मामला
सीआईपी रांची की ओर से पहले ही वैकेंसी निकाली गई थी। ग्रुप सी व ग्रुप डी के विभिन्न पदों पर नियुक्ति होनी है। यह सेंट्रल नियुक्ति है। पांच पदों को रविवार को कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी)सिटी के अलग-अलग सेंटर पर एग्जाम होनी थी। लेकिन टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से एग्जाम ही रद करना पड़ा। जिसके बाद सीआईपी की ओर से परीक्षा केंद्र पर एक नोटिस लगा दिया गया। इसमें बताया गया कि तकनीकी कारणों से विभिन्न पदों के लिए आयोजित सीबीटी को रद किया जाता है। इसके बाद अभ्यर्थी नाराज हो गए और हंगामा करने लगे।


टेक्निकल कारणों की वजह से परीक्षा रदद करनी पड़ी। इसकी विस्तृत जानकारी सीआईपी की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपडेट कर दी जाएगी।
-डॉ सुरेन्द्र पालीवाल, सेंटर ऑब्जर्वर, शिवा इंफोटेक


क्या कहते हैं कैंडिडेट्स
मैं रामगढ़ से परीक्षा देने आया था। मैंने किसी अन्य पद के लिए आवेदन किया था, लेकिन मुझे सवाल किसी दूसरे पद का दे दिया गया। सेंटर ऑब्जर्वर से शिकायत के बाद सिस्टम सुधारने की बात कही गई। लेकिन अंतत: कुछ नहीं हुआ।
आशिष कुमार

सेंटर पर लापरवाही का आलम था। बगैर जांच किए ही स्टूडेंट्स को हॉल में भेज दिया गया। टेक्निकल प्रॉब्लम बताकर परीक्षा रद कर दी गई। इसमें सीआईपी की लापरवाही साफ झलकती है।
- अमित कुमार