रांची (ब्यूरो)। अगर आप महिला हैं और चेन पहनती हैं तो अब चेन पहनना छोड़ दीजिए। क्योंकि अपराधियों की नजर आपकीचेन पर है, और रांची पुलिस आपकी चेन की रक्षा नहीं कर पाएगी। सिटी में लगातार चेन छिनतई के मामले सामने आ रहे हैं, जो यह साबित करते हैं कि रांची पुलिस सो रही और अपराधी अपने काम में लगे हुए हैं। सिटी के हिनु गांधी नगर इलाके में बुजुर्ग महिला से दिनदहाड़े दो अपराधी बड़े आराम से चेन झपटकर फरार हो गए, और महिला बेबस होकर देखती रह गई। ऐसे हालात किसी एक गली या मुहल्ले में नहीं हैं, बल्कि राजधानी के हर इलाके से ऐसी खबरें आ रही हैं। अपराधियों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि सिर्फ सुनसान रास्ते में ही नहीं, बल्कि भीड़भाड़ वाली जगह पर भी घटना को अंजाम देने से पीछे नहीं हट रहे हैं, लेकिन पुलिस सिर्फ मूकदर्शक बनी हुई है।

फेस्टिव सीजन में ज्यादा छिनतई

फेस्टिव सीजन होने से चेन स्नेचर्स की बहार है। त्योहारी मौसम का फायदा उठाकर स्नेचर्स एक्टिव हो गए हैं। महिलाओं के साथ झपटमारी के दर्जनों नए ब्लैकस्पॉट बनते जा रहे हैं जहां से बाइकर्स गैंग के अपराधी चेन, मोबाइल या पर्स झपटकर आसानी से फरार हो जाते हैं। इन इलाकों में झपटमारी करने के बाद पलक झपकते ही गायब होना आसान है। शहर की कुछ चिन्हित जगहों पर झपटमारी की घटनाएं लगातार हो रही हैं। शिकायत आने के बाद पुलिस कुछ दिन पट्रोलिंग बढ़ाई जाती है। लेकिन अपराधियों के शांत होते ही पुलिस भी सुस्त पड़ जाती है और पुलिस के सुस्त पड़ते ही झपटमार पुलिस को खुली चुनौती देने लगते हैं। अरगोड़ा चौक, अशोकनगर, हिनू, सहजानंद चौक, कडरू रोड, बिरसा चौक, बरियातू रोड में रिम्स के आसपास, सेवेंथ डे स्कूल, बूटी मोड़, कांके रोड सीएमपीडीआई गेट व गांधीनगर गेट, चांदनी चौक, डीपीएस चौक, पिस्का मोड़, कोकर चौक, कांटा टोली बस स्टैंड के आसपास, लोअर चुटिया, पटेल चौक, डोरंडा एजी मोड़, एजी ऑफिस एसबीआई बैंक के आसपास का इलाका स्नेचर्स का फेवरिट प्लेस है। इन इलाकों से लगातार लूटपाट, छिनतई की घटनाएं सामने आती हैं। ये चिन्हित स्थान होने के बावजूद पुलिस इन इलाकों में गश्ती नहीं बढ़ा रही, जिससे ऐसे मामले नियंत्रित हो सकें।

दस दिन में आधा दर्जन मामले

बीते महज दस दिनों में छिनतई के अलग-अलग मामले सामने आए हैं, जिसमे चेन छिनतई के अलावा मोबाइल छिनतई और लूटपाट भी शामिल है। दो दिन पहले ही हरमू रोड में रात के बारह बजे कुछ अपराधी राहगीर के साथ लूटपाट कर रहे थे। हालांकि पुलिस की नजर पडऩे पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन अधिकतर मामले ऐसे हैं जिसमें अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। करीब एक महीने पहले डीएसपी की पत्नी से चेन स्नेचिंग का प्रयास किया गया था। महिला बहादुरी के साथ स्नेचर्स से भिड़ गई। चेन का आधा हिस्सा महिला के हाथ में रह गया। मॉर्निंग वाक करने वाली लड़कियां और महिलाओं को भी स्नेचर्स निशाना बना रहे हैं। बीते महीने कोकर चुन्ना भट्ठा के पास मार्निंग वॉक कर रही महिला को स्नेचरों ने निशाना बनाया।

सीसीटीवी कैमरे का लाभ नहीं

शहर में 600 से भी ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, इसके बावजूद अपराधी पुलिस को चकमा देने में सफल हो रहे हैं। कैमरे में विजुअल कैद होने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली रह जा रहे हैं। हालांकि सिर्फ प्रमुख सड़कों पर ही कैमरे लगाए गए हैं। गलियों और मुहल्लों में कैमरा नहीं है। आम नागरिकों ने खुद की सेफ्टी के लिए कुछ स्थानों पर कैमरा लगवाया है, लेकिन उसका रिज्योलेशन कम होने के कारण तस्वीर धुंधली रह जाती है।