रांची (ब्यूरो) । सरस्वती शिशु विद्या मंदिर,चुटिया, रांची में भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत 2081 को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया.कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन,भारत माता पूजन, माधव राव सदाशिव गोलवलकर, राम दरबार और डॉक्टर केशव राव बलिराम हेडगेवार के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए विद्यालय के सचिव मदन केशरी,प्रधानाचार्य इंद्रजीत कुमार झां, वरिष्ठ आचार्य रबिन्द्रनाथ प्रामाणिक के साथ-साथ सभी आचार्य-दीदीजी ने किया.प्रधानाचार्य ने विद्यालय परिवार को भारतीय नव वर्ष की शुभकामनाएं एवं बधाई दी।

संपूर्ण सृष्टि का सृजन

मौके पर उन्होंने कहा-चैत्र मास की प्रतिपदा के साथ ही हिन्दू नववर्ष का प्रथम दिन माना जाता है। इस दिन ब्रह्मा जी ने संपूर्ण सृष्टि का सृजन किया था और पांडवों का राज्याभिषेक भी हुआ था। विक्रम संवत का नामकरण भी इसी महीने में हुआ था।

नवरात्र का आरंभ

उन्होंने कहा कि चैत्र नवरात्र का आरंभ भी इस महीने में होता है, जो नौ दिनों तक चलता है और नौ देवियों की पूजा किया जाता है.भारत प्रारंभ से ही विश्व गुरु रहा हैद्य भारत संस्कृति, धर्म एवं विज्ञान का देश है। उन्होंने बताया कि भारतीय कालगणना एवं ज्योतिष पूरे विश्व में सबसे अधिक वैज्ञानिक है। भारत ने पूरे विश्व को सभी क्षेत्र में ज्ञान ज्योति से प्रकाशित किया.राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ केशव राव बलिराम हेडगेवार जी का जन्म दिवस आज ही के दिन है.आज के इस चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के अवसर पर विद्यालय के भैया- बहनों के द्वारा राम राज्यभिषेक,हिंदु नववर्ष, डॉ केशव राव बलिराम हेडगेवार,सम्राट विक्रमादित्य के बारे में भाषण दिया गया। वरिष्ठ आचार्य रविरंजन गुप्ता एवं अन्नपूर्णा दीदीजी के द्वारा सभी भैया-बहनों को नववर्ष तथा डॉ केशव राव बलिराम हेडगेवार के बारे में विस्तार से बताया गया.अंत में संघ प्रार्थना के साथ इस कार्यक्रम का समापन किया गया। मौके कार्यक्रम प्रमुख ओमप्रकाश कुमार,सभी भैया- बहन तथा आचार्य समेत अन्य उपस्थित थे।