रांची (ब्यूरो)। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि कल्याण विभाग द्वारा बन रहे आदिवासी छात्रावास के पुनर्निर्माण के कार्य में खानापूर्ति ना करें। जीर्णोद्धार एवं पुनर्निर्माण कार्य में गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखा जाए। उन्होंने छात्रावास के मरम्मत कार्य के दौरान यहां के बच्चों के रहने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया.मुख्यमंत्री आज गोड्डा जिला परिभ्रमण कार्यक्रम के दौरान जिला स्कूल, आदिवासी छात्रावास एवं मॉडल स्कूल के पुनर्निर्माण कार्य का औचक निरीक्षण कर रहे थे।

सभी सुविधाएं देने का निर्देश

मुख्यमंत्री ने छात्रावास के चल रहे पुनर्निर्माण कार्य का औचक निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को कई निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रावास में बिजली पेयजल रसोई और शौचालय समेत सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। छात्रवास सुसच्जित हो और इसकी गुणवत्ता से किसी तरह का समझौता नहीं हो , इसका पूरा ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने इस दौरान छात्रावास में रहने वाले बच्चों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना और दूर करने के निर्देश दिए।

लोगों की सुनी समस्याएं

इससे पहले गोड्डा आगमन पर मुख्यमंत्री का लोगों ने भव्य स्वागत किया। रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री के अभिवादन के लिए हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने इसके लिए गोड्डावासियों का आभार जताया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने आम लोगों की समस्याएं और परेशानियों को भी सुना और अधिकारियों को उचित निराकरण करने का निर्देश दिया।

स्टेडियम निर्माण का लिया जायजा

मुख्यमंत्री ने गोड्डा के पोड़ैयाहाट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं निर्माणाधीन इंडोर स्टेडियम का भी निरीक्षण किया।

जिला परिभ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने गोड्डा के भटौन्धा, शहीद स्तंभ एवं हरियारी स्थित सिदो कान्हो के प्रतिमा पर माल्यार्पण श्रद्धा सुमन सुमन अर्पित किया। इस दौरान मंत्री ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य आलमगीर आलम, राजमहल सांसदा, विजय हांसदा, पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव, महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, गोड्डा उपायुक्त जीशान कमर, पुलिस अधीक्षक नाथू सिंह मीणा एवं जिला के पदाधिकारी उपस्थित रहे।