RANCHI : रांची में हज हाउस के निर्माण की प्रक्रिया तभी शुरू हो सकती है, जब निगरानी कोर्ट से इसके लिए एनओसी मिल जाए। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विधानसभा में यह घोषणा की थी कि आगामी दो अक्तूबर को हज हाउस का शिलान्यास किया जायेगा। फिलहाल कडरू स्थित हज हाउस के घटिया निर्माण के मामले में निगरानी विभाग ने अभियोजन की स्वीकृति मांगी है। अनुमति मिलते ही चार्जशीट दायर हो जाएगा। अब मामला यह है कि नये हज हाउस के शिलान्यास के लिए निगरानी अदालत से अनापत्ति प्रमाण पत्र की जरूरत होगी।

नहीं लिया है कोई निर्णय

निगरानी विभाग या कल्याण विभाग ने अभी तक अदालत से एनओसी मांगने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है। इस परिस्थिति में राज्य हज कमेटी ने कानूनी सलाह लेकर खुद निगरानी की अदालत से एनओसी लेने की प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया है। इस संबंध में बुधवार को राज्य हज कमेटी की बैठक में एक प्रस्ताव भी पारित किया गया। कमेटी के प्रवक्ता खुर्शीद हसन रूमी ने बताया कि गांधी जयंती के उपलक्ष्य पर हज हाउस का शिलान्यास कराने की दिशा में त्वरित कदम उठाने के लिए कमेटी ने राज्य सरकार को हर संभव सहयोग देने का फैसला किया है।

यहां ठहरेंगे आजमीने हज

झारखंड से हज के लिए जाने वाले लोगों के ठहरने का इंतजाम रांची कडरू स्थित मदरसा जामिया हुसैनिया और डोरंडा स्थित रिसालदार बाबा बैंक्वेट हॉल में किया गया है।

सात खादिमुल हुज्जाज के नाम तय

कमेटी की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि झारखण्ड से सात खादिमुल हुज्जाज सऊदी अरब जाएंगे। इनमें गोड्डा के अब्दुल वहाब, जमशेदपुर के शेख अशदुज्जमा, लातेहार के अमिनुल्ला अंसारी, गुमला के रशेदुल कादरी, गिरिडीह के मो। सनाउल्लाह, गुमला के वसी अख्तर और देवघर के अब्दुर रकीब शामिल हैं।