रांची (ब्यूरो)। राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति सह राज्यपाल ने झारखंड के पहले साइबर सिक्युरिटी कोर्स का शुभारंभ रांची विश्वविद्यालय में किया। आर्यभट्ट सभागार में इसका शुभारंभ किया गया। इसे बेसिक साईंस कैंपस के फिजिक्स विभाग में संचालित किया जाएगा। राज्य में पहली बार रांची विश्वविद्यालय में इस बहुप्रतीक्षित कोर्स को लांच किया गया है। इसके साथ ही रांची विश्वविद्यालय में सेंटर आफ एक्सीलेंस का भी उद्घाटन राज्यपाल ने किया। मौके पर कार्यक्रम का संचालन रांची यूनिवर्सिटी के एफओ डॉ कुमार एएन शाहदेव ने किया।

सतर्क रहने की जरूरत

इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि जब झारखंड के जामताड़ा में हैकिंग के लिए काम हो सकता है, तो रांची में स्थित विश्वविद्यालय में उसे रोकने के लिए प्रयास क्यों नहीं हो सकता। उन्होंने रांची विश्वविद्यालय को बधाई देते हुए कहा कि साइबर सुरक्षा को लेकर विश्वविद्यालय नए कोर्स को प्रारंभ कर रहा है, वह काफी प्रशंसनीय है। हम सभी को इस मामले में सचेत होने की जरूरत है, जिससे हम अपने और अपने समाज को साइबर क्राइम से होने वाले नुकसान से बचा सकें।

राज्यपाल का जताया आभार

रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने स्वागत भाषण देते हुए राज्यपाल को नए कोर्स प्रारंभ करने के लिए अनुमति देने पर बधाई दी। आईटीसी की ओर से निरंजन प्रसाद ने बताया कि हमारा संस्थान अभी लगभग 114 देशों में कार्यरत है और हमने यह कोशिश की है कि हम झारखंड में भी साइबर सुरक्षा को लेकर एक पहल करें। इसी के तहत हमने रांची विश्वविद्यालय के साथ एमओयू कर उक्त डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत की है।

तीन पुस्तकों का लोकार्पण

समारोह में तीन पुस्तकों का लोकार्पण भी किया गया। राज्यपाल रमेश बैस ने रांची यूनिवर्सिटी के एफओ और सिटी के ख्याति प्राप्त शिक्षाविद डॉ कुमार एएन शाहदेव की कॉमर्स पर पुस्तक का लोकार्पण किया। साथ ही अन्य दो पुस्तकों का भी लोकार्पण हुआ। इस मौके पर राज्यपाल ने सभी शिक्षाविदों की प्रशंसा भी की।