खेलने निकली थी मेरी बच्ची
घटना मेरे ही एक हिस्से डोरंडा के दर्जी मुहल्ले में वेडनसडे को हुई। डोरंडा के ही इस्लामिया उर्दू स्कूल में क्लास 2 में पढऩेवाली मेरी 'गुडिय़ाÓ वेडनसडे की दोपहर एक बजे स्कूल से घर आई थी। खाना खाने के बाद वह अपनी अम्मी से यह कहकर बाहर निकली कि वह खेलने जा रही है। दोपहर दो बजे तक आस-पास के लोगों ने उसे घर के बाहर ही खेलते हुए देखा। पर, अचानक वह लापता हो गई। जब शाम होने लगी, तब उसके घरवाले घबराने लगे। तब तक मुहल्ले में कोहराम मच चुका था। अम्मी-अब्बू और पड़ोसी उसकी खोज में जुट गए। शाम के करीब चार बजे 'गुडिय़ाÓ के अब्बू (पेशे से टेलर) अपने एक रिलेटिव के साथ डोरंडा थाना पहुंचे और उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद डोरंडा थाना पुलिस ने पहले फ्लैश कराया, फिर अपने लेवल से बच्ची की खोजबीन शुरू कर दी। 'गुडिय़ाÓ के घरवालों ने पुलिस को बताया कि पिछले एक महीने से गुलगुलिया गिरोह के लोग मुहल्ले में आना-जाना कर रहे थे। इसपर पुलिस ने हर मुमकिन ठिकानों पर गुलगुलिया गिरोह को तलाशा। पुलिस ने जगन्नाथपुर मंदिर के पीछे, हटिया रेलवे स्टेशन, रांची रेलवे स्टेशन समेत कई जगहों पर तलाश की। रात बीत गई। सुबह के करीब तीन बजे तक सभी बच्ची की तलाश करते रहे, मगर वह कहीं नहीं मिली।

सुबह मिली dead body
थर्सडे की अहले सुबह वो हुआ, जिससे मेरा कलेजा फट गया। फज्र की अजान का वक्त था वो। दर्जी मुहल्ले के लोग नमाज के लिए उठे ही थे। महिलाओं ने वहीं पास में ही मो नौशाद नाम के एक शख्स के अंडर कंस्ट्रक्शन हाउस में खून से लथपथ मेरी 'गुडिय़ाÓ को जमीन पर औंधे मुंह पड़ा पाया। मुहल्ले में कोहराम मच गया। एक तरफ अजान की आवाज गूंज रही थी, तो दूसरी तरफ रोने-चिल्लाने की। मेरा कलेजा और फटा जा रहा था। लोगों ने तुरंत डोरंडा थाना पुलिस को इनफॉर्म किया। पुलिस पहुंची और मेरी फूल सी बच्ची की डेड बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए रिम्स भेज दिया। पुलिस कहने लगी कि दरिंदे ने मेरी बच्ची का रेप करने के बाद उसका मर्डर कर दिया और उसकी डेड बॉडी को वहां लाकर फेंक दिया। ओह! जरा भी रहम नहीं आया उस दरिंदे को, जो ऐसा जुल्म किया मेरी 'गुडिय़ाÓ के साथ। पुलिस तो बता रही थी कि मेरी बच्ची के प्राइवेट पार्ट से काफी ब्लीडिंग भी हो रही थी। उसकी गर्दन और पैर पर किसी भारी सामान से दबाव बनाने की भी कोशिश की गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने भी कन्फर्म कर दिया कि मेरी मासूम 'गुडिय़ाÓ का रेप हुआ था। रिम्स के डॉक्टर ने बताया कि उसकी मौत गला दबाने से दम घुटने के कारण हुई है।

कहीं वो सद्दाम तो नहीं
बच्ची के अम्मी-अब्बू निढाल थे। घर के बाकी लोगों और पड़ोसियों का भी यही हाल था। इतने में 'गुडिय़ाÓ के घरवालों ने शक जताया कि इस घटना को सद्दाम नाम के युवक ने अंजाम दिया होगा। घरवालों का आरोप है कि पेशे से कसाई सद्दाम हमेशा उनके घर आता-जाता था। वेडनसडे की शाम से वह एक बार भी उनके घर नहीं आया है। इससे शक और गहरा हो गया है कि हो न हो उसी सद्दाम ने 'गुडिय़ाÓ के साथ इतना बड़ा जुल्म किया है। वैसे, 'गुडिय़ाÓ के अब्बू ने डोरंडा थाना में एफआईआर दर्ज करा दी है और पुलिस तफ्तीश में जुट गई है।