RANCHI: राजधानी में डेंगू खतरनाक होता जा रहा है। वहीं इस साल एक मरीज की मौत के बाद अब सिटी के लोग दहशत में हैं। वहीं प्रभावित इलाकों में तो लोगों की नींद उड़ गई है। उन्हें इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं इस बार भी डेंगू महामारी की तरह न फैल जाए। इस बीच हेल्थ डिपार्टमेंट व नगर निगम के अधिकारी नींद से जाग गए है। मरीज की मौत के अगले दिन ही अधिकारियों की टीम उस इलाके में जांच के लिए पहुंची, जहां डेंगू फैला हुआ है। मच्छरों के लार्वा मिलने के बाद उन्होंने लोगों को जागरूक करने का अभियान शुरू कर दिया। वहीं प्रभावित इलाके में छिड़काव भी कराया गया। हालांकि हेल्थ डिपार्टमेंट डेंगू से मौत को सिरे से खारिज कर रहे है।
56 में से 8 घरों में मच्छरों के लार्वा
टीम ने डोरंडा के ग्वालटोली में 56 घरों में सर्वे किया। जिसमें 8 घरों में मच्छरों के लार्वा पनप रहे थे। वहीं 181 कंटेनरों की जांच में कंटेनरों में मच्छर का लार्वा था। मानसून शुरू होने से पहले भी नगर निगम और हेल्थ डिपार्टमेंट ने उन इलाकों में ज्वाइंट आपरेशन चलाया था। वहीं रेगुलर फॉगिंग और छिड़काव कराने का भी आदेश दिया गया था। लेकिन कुछ दिनों के बाद ही इसे बंद कर दिया गया। इस वजह से ही मच्छरों के लार्वा पनपने लगे। इससे साफ है कि डिपार्टमेंट केवल आईवॉश करता है।
कहर के बाद भी रेगुलर फॉगिंग नहीं
पिछले साल भी डेंगू ने जबरदस्त कहर मचाया था। जहां 256 मरीज रिम्स में इलाज के लिए पहुंचे थे। लेकिन इस बार यह आंकड़ा 300 के पार चला गया है। वहीं लार्वा मिलने के बाद यह आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए लोगों ने रांची नगर निगम को जिम्मेवार ठहराया है। चूंकि प्रभावित इलाकों में न तो सफाई ढंग से हो रही है और न ही फॉगिंग। इतना ही नहीं छिड़काव भी नहीं के बराबर हो रहा है। इस वजह से मच्छरों का आतंक बढ़ गया है।
फॉगिंग का रोस्टर भी हो गया हवा-हवाई
पार्षदों का कहना है कि नगर निगम के अधिकारी कुछ भी नहीं करते। कॉल करने पर कहा जाता है कि जोनल और सुपरवाइजर से बात करें। हमारे इलाके में न तो ढंग से सफाई हो रही है और न फॉगिंग। हमलोगों की कोई सुनने वाला नहीं है। नालियों को भी ढंकने का आदेश दिया गया था। लेकिन वह भी हवा हवाई हो गया। ऐसे में बीमारी तो बढ़ेगी ही। फॉगिंग के लिए बनाया गया रोस्टर भी हवा हवाई हो गया। पार्षदों ने अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है।
वर्जन
मामले की जानकारी मिलने के बाद हमारी टीम प्रभावित इलाक में पहुंची। जहां लार्वा मिलने के बाद लोगों को जागरूक करने की अपील की गई है।
साज्ञा सिंह, स्टेट इंटोमोलॉजिस्ट
डेंगू के लक्षण
-स्किन पर चकत्ते
-तेज सिर दर्द
-पीठ दर्द
-आंखों में दर्द
-तेज बुखार
-मसूढ़ों से खून आना
-नाक से खून बहना
-ज्वाइंट में दर्द
-उल्टी होना
-डायरिया
ऐसे करें बचाव
-मच्छरों से बचाव का रखें ध्यान
-मच्छरों वाली जगहों पर शरीर को ढक कर रखें
-घर के अंदर व आसपास रखें सफाई
-गमले और टायर आदि पानी ना जमा होने दे
-पानी की टंकियों को सही तरीके से ढक कर रखें
-खिड़की और दरवाजों में जाली लगवाएं
मरीज इन बातों का ध्यान रखें
-डेंगू के मरीज शरीर को ढंक कर रखें
-ध्यान रखें कि मच्छर ना काटे
-लक्षण दिखे तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं
-खुद से कोई दवा ना लें
-डाइट का रखें पूरा ध्यान