रांची (ब्यूरो) । राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ का महासम्मेलन पंजाबी भवन में संपन्न हुआ। सम्मेलन में सूरत से नव मनोनीत अध्यक्ष नरेश सेठ ने निवर्तमान अध्यक्ष गुलशन लाल अजमानी से पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर सेठ ने कहा कि महासंघ देश भर से जुड़ी अपनी सभी 13 संबद्ध संस्थाओं से मृत्यु महाभोज को खत्म करने हेतु दृढ़ संकल्प है। यह कार्य निर्धन को दान देकर या गरीबों के सहायतार्थ कार्य कर रही संस्थाओं को मदद करके की जानी चाहिए। यह जानकारी महासंघ के प्रवक्ता अरूण चावला ने दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद संजय सेठ ने कहा कि सिख समाज एवं मारवाड़ी समाज की भांति पंजाबी हिन्दू बिरादरी भी सेवा कार्य में अग्रणी है। इसीलिए बिरादरी यदि निर्धन तबके के लिए नि:शुल्क या बेहद ही कम दर पर डायलिसिस सेंटर की स्थापना करती है, तो वे अपने सांसद कोष से हर संभव मदद करेंगे। उन्होनें ने मृत्यु उपरांत या पुण्यतिथि पर होने वाले महाभोज पर रोक लगाने की जरूरत पर बल दिया।

55 लोगों का घर बसाया

नरेश सेठ ने 52वीं बैठक में कहा कि सूरत में उनके समक्ष तलाक के आए 67 मामलों में से 55 का उन्होंने पुन: घर बसा दिया। चुनाव पदाधिकारी रणदीप आनंद ने प्रमाण देकर उनके निर्वाचण की घोशणा की। तत्पष्चात् निवर्तमान अध्यक्ष गुलशन लाल अजमानी एवं संरक्षकों सुरेश मेहरा एवं दीवान चंद सेतिया ने उन्हें मोमेंटो देकर सम्मानित किया। बैठक में सूरत, हैरदाबाद, भोपाल, अलवर, जयपुर, अलवर, जबलपुर, अहमदाबाद, राजस्थान, ग्वालियर, जमशेदपुर सहित झारखंड से आए प्रतिनिधि शामिल हुए, जिसमें गुलशन लाल अजमानी, सुरेश मेहरा, दीवान चंद सेतिया, राजेश खन्ना, मुकुल तनेजा, सुधीर उग्गल, हरगोबिंद गिरधर, विनोद माकन, अरूण चावला, राजेश मेहरा, अजय सखूजा, रवि पराशर समेत अन्य मौजूद थे।