रांची (ब्यूरो)। मार्च आने से पहले बिजली विभाग अपना टारगेट पूरा करने में जुटा हुआ है। भले ही इसके लिए उसे कंज्यूमर्स की जेब ही क्यों न काटनी पड़े। राजधानी रांची में हर महीने बिजली की मीटर रीडिंग कई घरों में नहीं हो पा रही है। इस कारण लोगों को मिलने वाली सब्सिडी का नुकसान हो रहा है। मीटर रीडिंग करने वाले ही लोगों के घर नहीं पहुंच रहे हैं। एक साथ 2 महीने का मीटर रीडिंग करने के कारण लोगों की सब्सिडी विभाग गटक जा रहा है। शहर के बरियातू समेत अन्य कई इलाकों से ऐसी कंप्लेन आ रही हैं।
क्या है विभाग का स्लैब
बिजली मीटर रीडिंग करने वाले एक साथ जब 2 महीने की रीडिंग निकालते हैं तो सब्सिडी का जो स्लैब तय किया गया है, उसका लाभ प्रति माह उपभोक्ताओं को नहीं मिल पाता है। जेबीवीएनएल की ओर से जारी आदेश के अनुसार, 100 यूनिट तक की बिजली फ्री है। जबकि 101-200 तक यूनिट खपत करने पर 3.50 रुपए की दर से बिल भुगतान करना होगा। वहीं, 201-400 यूनिट बिजली का उपभोग करने पर 4.20 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिल भेजा जाएगा। इसके अलावा 401 से अधिक यूनिट खपत करने पर 6.25 रुपए की दर से बिजली बिल का भुगतान करना होगा और कोई सब्सिडी नहीं मिलेगी। इस तरह एक साथ 2 या इससे ज्यादा महीने का बिल आने पर उपभोक्ताओं की बिजली का रेट हाई हो जा रहा है, जिससे उपभोक्ताओं को नुकसान और विभाग को फायदा हो रहा है।
क्या है डर्टी गेम
अगर एक कंजूमर 300 यूनिट बिजली का उपयोग हर महीने करता है तो उसे 4.20 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिल भेजा जाता है। यह तब होता है जब मीटर में उसकी रीडिंग 400 यूनिट से नीचे आती है। लेकिन जब यही दो महीने में मीटर की रीडिंग होती है तो वह 800 सौ यूनिट हो जाती है। और रेट बढ़कर 4.20 रुपए से 6.25 रुपए प्रति यूनिट हो जाती है। इस तरह कंज्यूमर को प्रति यूनिट 1.90 रुपए का नुकसान हो रहा है।
सिर्फ 100 यूनिट ही फ्री
झारखंड सरकार ने लोगों को मुफ्त में बिजली देने के वादे को पूरा किया है। झारखंड में 100 यूनिट बिजली मुफ्त है। झारखंड के खासकर रूरल एरिया में अधिकतम 100 यूनिट बिजली की खपत करने वाले उपभोक्ताओं को किसी तरह के बिल का भुगतान नहीं करना पड़ रहा है। इस योजना से लगभग 32 लाख से ज्यादा कंज्यूमर्स को लाभ हो रहा है।
ऊर्जा मित्र की कंप्लेन
झारखंड में बिजली उपभोक्ता अपडेट बिल भुगतान करें। इसको लेकर निर्धारित समय से मीटर रीडिंग कर बिल जेनरेट करने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मीटर रीडिंग और बिल जेनरेट करने को लेकर बड़ी संख्या में ऊर्जा मित्र की नियुक्ति की गई। लेकिन, ऊर्जा मित्र बिजली उपभोक्ता के घर गए बिना ही मीटर रीडिंग कर बिल जेनरेट कर रहे हैं। यह शिकायत रांची के तुपुदाना में रहने वाले उपभोक्ता ने की है। कहा है कि ऊर्जा मित्र मीटर रीडिंग करने घर नहीं पहुंच रहे हैं और अपने मन से बिल जेनरेट करते हैं।
कंपनी के जरिए ऊर्जा मित्र नियुक्त
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड की ओर से ऊर्जा मित्रों की नियुक्ति दो वर्ष पूर्व की गई है। इन ऊर्जा मित्रों की नियुक्ति कंपीटेंस एनर्जी नामक एजेंसी के जरिए की गई है। इन्हें बिजली कंज्यूमर्स के घर-घर जाकर उनके मीटर की रीडिंग करके बिल देने की जिम्मेवारी दी गई है।


रांची में हर महीने मीटर की रीडिंग ऊर्जा मित्रों द्वारा की जाती है। कुछ इलाकों में अगर हर महीने मीटर की रीडिंग नहीं हो रही है तो ऐसी शिकायत लिखित में विभाग के पास नहीं आ रही है। अगर विभाग के पास लिखित शिकायत आएगी तो उसकी जांच कराई जाएगी।

-दिनेश्वर सिंह, एसई, राची सर्किल, जेबीवीएनएल