रांची (ब्यूरो)। रांची विद्युत आपूर्ति अंचल के 50 हजार उपभोक्ताओं ने बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है, जिनका 10 हजार से लाखों रुपये का बिल बकाया है। इनसे बिजली वितरण निगम लिमिटेड की राजस्व वसूली टीम के द्वारा बकाया वसूला जाएगा। इसको लेकर रांची विद्युत एरिया बोर्ड के महाप्रबंधक पीके श्रीवास्तव के द्वारा राजस्व वसूली को लेकर आदेश जारी किया गया है।

हर दिन करेंगे संपर्क

नए साल में राजस्व वसूली अभियान अगले हफ्ते से चालू हो जाएगा। इस दौरान बिजलीकर्मी प्रत्येक दिन दो हजार उपभोक्ताओं से संपर्क स्थापित कर बकाये रकम की मांग करेंगे। जो निर्धारित समय में भुगतान नहीं करेंगे, उनके घरों की लाइन काट दी जाएगी। अभियान के दौरान अन्य डिवीजन में डोरंडा से 16 करोड़, न्यू कैपिटल से 11 करोड़, रांची सेंट्रल व रांची पूर्वी से 13.13 करोड़ रुपए का राजस्व वसूलने का लक्ष्य है। दूसरी ओर, रांची पश्चिमी डिवीजन से 15 करोड़, खूंटी व गुमला से तीन-तीन करोड़, सिमडेगा से दो करोड़ व लोहरदगा डिविजन से तीन करोड़ रुपए राजस्व वसूला जाएगा।

टीम करेगी मॉनिटरिंग

महाप्रबंधक ने सभी डिविजन के विद्युत कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया है कि प्रत्येक प्रमंडल में दो-दो राजस्व वसूली टीम गठित की जाए, जिनमें तीन से चार सदस्य होंगे। इस टीम में कनीय विद्युत अभियंता, वरीय फील्ड कर्मी के अलावा ऊर्जा मित्र भी शामिल रहेंगे। 10 डिवीजन में 90 लोगों को राजस्व वसूली टीम में लगाया जाएगा।

कम हो रही है बिलिंग

जेबीवीएनएल हर महीने लगभग 450 करोड़ बिलिंग का लक्ष्य रखती है। क्षेत्रीय आपूर्ति कार्यालयों को 80 से 90 करोड़ तक बिलिंग का लक्ष्य दिया जाता है। पिछले कुछ महीनों से निगम के आदेश के बाद भी इसमें इजाफा नहीं देखा गया। वहीं इस महीने 250 करोड़ रुपए की वसूली हुई। जबकि पूर्व में औसतन 320 करोड़ वसूली होती थी। निगम एमडी की ओर से पहले भी रेवेन्यू डिपार्टमेंट और महाप्रबंधकों को निर्देश दिया गया है। इसमें शत प्रतिशत बिजली बिल वसूली की बात की जाती रही है। वहीं, निगम मुख्यालय के आदेश के बाद अलग-अलग सर्किल में अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके बाद भी राजस्व वसूली में कमी देखी गयी।

288 लोगों पर एफआईआर

रांची विद्युत आपूर्ति क्षेत्र में इस महीने लगभग 288 लोगों पर बिल नहीं देने पर एफ आईआर की गयी। वहीं, बिल वसूली अभियान से लगभग 35 लाख की वसूली की गयी। जबकि, कुल राजस्व वसूली 70 करोड़ के लगभग रहा, जो निर्धारित लक्ष्य से काफी कम है।