कैसे हुआ इनकाउंटर?
एसएसपी साकेत कुमार सिंह को गुप्त सूचना मिली कि तुपुदाना थाना एरिया के लालखटंगा गांव में पीएलएफआई के कुछ मेंबर्स छिपे हुए हैं। जानकारी के अनुसार पीएलएफआई मेम्बर्स  वहां लेवी वसूलने के लिए जमा हुए थे। इस सूचना पर एसएसपी ने कांके थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह, तुपुदाना थाना प्रभारी विनय कुमार, धुर्वा इंस्पेक्टर बीएन सिंह और हटिया डीएसपी अनुरंजन किस्पोट्टा को वहां भेजा। पुलिस ने गांव को चारों ओर से घेर लिया। इसी बीच पीएलएफआई मेंबर्स ने खुद को घिरा देखकर पुलिसकर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग होती देखकर पुलिसकर्मियों ने भी मोर्चा संभाल लिया। अपराधियों की ओर से 20 राउंड गोलियां चलाई गईं, जबकि पुलिस की ओर से 25 राउंड गोलियां चलीं। डेढ़ घंटे के इनकाउंटर होने के बाद दो पीएलएफआई मेंबर्स ने पुलिस के सामने घुटने टेक दिए। जबकि दो वहां से फरार होने में सफल हो गए। पुलिस ने जब सर्च किया तो धान के खेत से उन्हें एक मेंबर्स की बॉडी मिली, जिसकी पहचान एरिया कमांडर राठो के रूप में की गई। एसएसपी ने बताया कि इनके द्वारा तुपुदाना इलाके के क्रशर व्यवसायी, जमीन ब्रोकर तथा बिजनेसमैन से लेवी की मांग समय-समय पर की जाती थी। जिसकी कंप्लेन पुलिस को मिली थी.  एसएसपी ने इनकाउंटर में शामिल पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत करने की बात कही है।

किराए में रह रहे हैं मेंबर्स
तुपुदाना के सिंह मोड़, हेसाग और हटिया में पीएलएफआई मेंबर्स किराए का मकान लेकर रह रहे हैं। इस बाबत स्पेशल ब्रांच की टीम ने पुलिस हेडक्वार्टर को एक रिपोर्ट भी सौंपी थी। रिपोर्ट में जिक्र था कि इन इलाकों में पीएलएफआई मेंबर्स की एक्टिविटीज बढ़ गई हैं। वे लोग खुद को लोगों का सगा संबंधी बताकर रहते हैं और योजना बनाते रहते हैं। इससे इलाके में खूनी संघर्ष की आशंका है।