रांची (ब्यूरो)। राजधानी रांची में पार्किंग संभालने की जिम्मेवारी रांची नगर निगम की है। पार्किंग की बंदोबस्ती कर इसे निजी हाथों में सौंप दिया गया है। लेकिन इसकी मॉनिटरिंग करना भी भूल चुका है। इसका फायदा टेंडर लेने वाले ठेकेदार उठा रहे हैं। जिन स्थानों को बाइक, कार और दूसरे वाहनों की पार्किंग के लिए सुनिश्चित किया गया है, उन स्थानों पर फूड वैन, फूड स्टॉल और ठेला-खोमचा लगाया जा रहा है। इन फूड स्टॉल और फूड वैन संचालक से ठेकेदार मोटी रकम भी वसूल रहे हैं और लोगों को गाड़ी पार्क करने के लिए जगह नहीं मिलती है।
200 से 500 डेली
वैन लगाने की अनुमति देने के बदले उनसे हर दिन 200 से 500 रुपए की वसूली हो रही है। शहर में नगर निगम ने अस्थाई तौर पर 20 से अधिक पार्किंग स्थल बनाया है। लेकिन, सभी पार्किंग ठेकेदार के भरोसे हैं। निगम के अफसर वाहन पार्किंग का सालाना ठेका लेकर चुपचाप बैठ जाते हैैं। पार्किंग में वाहन लग रहा है या नहीं, अफसर यह देखने नहीं जाते। पार्किंग के लिए बंदोबस्ती किए गए स्थानों पर फास्ट फूड और छोटी-छोटी दुकानें सज रही हैैं। इन दुकानों से लाखों रुपए की अवैध कमाई ठेकेदार कर रहे हंै। नतीजा यह हो रहा है कि गाडिय़ां सड़क पर पार्क की जा रही है और रोड पर जाम लग रहा है।
इन स्थानों पर कब्जा
सुजाता चौक से आगे मॉल के सामने, न्यूक्लियस मॉल, डेली मार्केट टैक्सी स्टैंड, अलबर्ट एक्का चौक, कांके रोड आदि स्थानों पर पार्किंग में ही फूड वैन और फूड स्टॉल खोल दिया गया है। वहीं रंगरेज गली स्थित पार्किंग में दर्जनों कपड़ा दुकानें संचालित हो रही हंै। इस इलाके में पहले से ही गाडिय़ों की वजह से जाम लगता है। पार्किंग के लिए बनाए गए स्थान पर भी दुकान लगने से यह समस्या और बढ़ गई है।
स्टॉल से ज्यादा कमाई
वाहन के बदले दुकान लगवाने में ठेकेदार को ज्यादा कमाई होती है। एक बाइक से जहां सिर्फ दस रुपए पार्किंग शुल्क लिया जाता है तो वहीं दुकानदार से 200 से 500 रुपए तक लिया जाता है। कई ठेकेदार दुकान लगाने वालों से प्रतिमाह पैसे लेते हैं। वहीं कुछ स्थानों पर प्रतिदिन कलेक्शन लिया जाता है। इससे बाजार या मॉल जाने वाले लोगों को पार्किंग में जगह नहीं मिलती है। मजबूरी में लोग अपने वाहन सड़क पर खड़ी कर देते हैैं, जिसे नगर निगम की टीम टो अवे कर लेती है या उनपर जुर्माना कर दिया जाता है। कांके रोड स्थित एक पार्किंग की बंदोबस्ती साढ़े लाख रुपए में की गई है। यहां करीब 40 कार की पार्किंग हो सकती है, लेकिन मुश्किल से सात से आठ कार लगाने की जगह मिलती है। क्योंकि, पार्किंग के क्षेत्र में फूड वैन और ठेले खोमचे वालों की भरमार है।

स्पॉट 1
जेल मोड़
जेल मोड़ से आगे न्यूक्लियस मॉल के सामने पार्किंग में लगे हैं फास्ट फूड और ठेला। इस कारण गाडिय़ां सड़क पर खड़ी रहती हंै। यहां दोपहिया और चार पहिया वाहनों की पार्किंग के लिए जगह चिन्हित है, इसके बावजूद पार्किंग जोन में फूड वैन और ठेला खोमचा लगा रहता है।


स्पॉट 2
सरकुलर रोड
सरकुलर रोड स्थित पेंटालून के समीप भी पार्किग स्थन पर ही अस्थायी फास्ट फूड की दुकाने खोल दी गइ हैैं। मॉॅल आने वाले लोगों को अपने वाहन सड़क पर पार्क करना पड़ता है।


स्पॉट 3
अलर्बट एक्का चौक
अलबर्ट एक्का चौक के दायीं ओर पर भी पार्किंग का अतिक्रमण कर लिया गया है। यहां फास्ट फूड की भरमार है। दुकानदारों ने पूरा स्थान घेर रखा है। सड़क पर कुर्सी टेबल लगा कर लोगों को खाना परोसते हैैं

स्पॉट 4
टैक्सी स्टैंड
टैक्सी स्टैंड का भी हाल ऐसा ही है। यहां भी पार्किंग स्थल पर ही छाटी-छोटी दुकानें खोल दी गई हैैं। दुकान लगाने की अनुमति इन दुकानदारों को ठेकेदार की ओर से ही दी जाती है।

आंखे बंद किए रहता है नगर निगम
शहर के पार्किंग स्थल पर हो रहे खेल से रांची नगर निगम भी अनजान नहीं है। ऐसा नहीं है कि निगम के अधिकारियों को कुछ पता नहीं। बल्कि अवैध कमाई के इस फार्मूले में निगम पदाधिकारियों की भी मौन सहमति है। निगम के इंफोर्समेंट टीम हर दिन सड़क से अतिक्रमण हटाने निकलती है। लेकिन पार्किंग में संचालित हो रही अवैध दुकानेें निगम की इंफोर्समेंट टीम को नजर नहीं आती हैंै। नो पार्किंग में खड़े किसी वाहन को जब्त करने में टीम के सदस्य विलंब नहीं करते, लेकिन पार्किंग में सिर्फ वाहन ही पार्क हो यह भी सुनिश्चित नहीं किया जा रहा है। सिटी में पार्किंग की समस्या पहले से व्याप्त है। ऐेसे में जिस स्थान को वाहनों की पार्किंग के लिए चिन्हित किया गया है, वहां भी लोग गाड़ी खड़ी करने से वंचित रह जा रहे हैैं।

पार्किंग स्थल पर फूड स्टॉल लगने की शिकायत प्राप्त हुई है। इसकी जांच के निर्देश दिए गए है। दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।
शशि रंजन,
नगर आयुक्त, आरएमसी