रांची (ब्यूरो)। राजधानी सहित राज्यभर के लोगों को किसी भी इमरजेंसी होने पर उनकी सहायता के लिए तत्काल गाडिय़ां उपलब्ध होंगी। राज्य के नागरिकों को 112 नंबर डायल करने पर इमरजेंसी जरूरत के लिए गाडिय़ां उपलब्ध होंगी। राज्य सरकार आपातकालीन सहायता के लिए 112 नंबर को सुदृढ़ करने की तैयारी कर रही है। पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग को इससे संबंधित प्रस्ताव भेजा है, जिसकी स्वीकृति मिलती ही नागरिकों को किसी भी तरह की इमरजेंसी होने पर चाहे पुलिस विभाग से जुड़ी हुई परेशानी हो या अग्निशामक विभाग से जुड़ी हुई परेशानी हो। स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी हुई परेशानी हो या अन्य ऐसी इमरजेंसी सर्विस हो, जिसमें तत्काल गाडिय़ों की जरूरत होती है तो 112 पर डायल करते ही गाडिय़ां उपलब्ध होंगी।

520 गाडिय़ां रहेंगी अलर्ट पर

विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आपातकालीन व्यवस्था में लोगों की मदद करने के लिए पूरे राज्य भर में 520 गाडिय़ां अलर्ट मोड पर रहेंगी। लोगों को किसी भी तरह की इमरजेंसी होने पर 112 डायल करते ही गाडिय़ां उन तक पहुंच जाएंगी। जिस सर्विस के लिए उनको जरूरत होगी वो गाड़ी पहुंच जाएगी। अगर कोई एक्सीडेंट हो गया है और इमरजेंसी है तो स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी हुई एंबुलेंस पहुंचेगी। अगर कहीं आग लग गई है तो 112 डायल करते ही अग्निशामक की गाडिय़ां पहुंचेंगी। कोई घटना-दुर्घटना हो गई है तो पुलिस की गाडिय़ां पहुंचेंगी।

यूपी की तर्ज पर व्यवस्था

झारखंड में यह व्यवस्था उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राज्य स्तरीय आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली( ईआर एसएस) डायल 112 को बेहतर किया जाएगा। इसे सिर्फ शहर में ही नहीं, गांव-गांव के लोगों तक भी पहुंचाया जाएगा। इसके लिए झारखंड में भी राज्य स्तरीय (ईआरएसएस) प्रबंधन कमिटी का गठन किया जाएगा। पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग को जो प्रस्ताव भेजा है उसमें भी उत्तर प्रदेश में जो व्यवस्था चल रही है उसका हवाला दिया गया है। उसी तर्ज पर झारखंड में भी इसे लागू किया जाएगा। दूसरे राज्यों में राज्य स्तर पर इस सेवा का संचालन करने के लिए एक कमिटी का गठन भी किया गया है। उत्तर प्रदेश में जो यह सेवा अभी चल रही है वो एक एडीजी रैंक के अधिकारी की देखरेख में चल रही है।

केंद्र सरकार की है योजना

डायल 112 केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना है, जो पूरे देश में लागू है। इमरजेंसी की स्थिति में राज्य के शहर और ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को बेहतर व्यवस्था मिले, इसीलिए इसे लागू किया गया है। झारखंड में भी इसे लागू किया गया है अब इसे दूसरी और सेवाओं के साथ जोड़कर सुदृढ़ बनाया जाएगा।

इमरजेंसी होने पर करें कांटैक्ट

इस परियोजना के तहत इमरजेंसी की स्थिति में राज्य के किसी भी स्थान से टेलीफोन, एसएमएस, ईमेल, मोबाइल ऐप या अन्य संचार माध्यम से डायल 112 पर संपर्क करने वाले लोगों को तत्काल मदद मिलेगी। हालांकि, अभी पुलिस से संबंधित जो परेशानी लोगों को हो रही है, उसको इस सेवा के तहत मदद की जा रही है। अब इसमें दूसरी और कई सेवाओं को जोड़ा जाएगा।