रांची (ब्यूरो) । संत पॉल्स महाविद्यालय परिवार की ओर से मंगलवार को शिक्षक दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया, जिसमें छात्रों ने अपने शिक्षकों को समर्पित कार्यक्रम का आयोजन एचपीडीसी सभागार में आयोजित किया। इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व कॉलेज के पूर्व शिक्षक डॉ एस मल्लिक ने छात्रों से अपने शिक्षकों के गुणों कोआत्मसात करने की सलाह दी। इसके लिए उन्होंने कॉलेज की स्थापना से लेकर वर्तमान परिस्थिति तक शिक्षकों के योगदान और कार्य का विवरण किया और कहा कि गुरू ही सिर्फ शिक्षक नहीं होता बल्कि हर वो व्यक्ति जो आपको जीवन में कुछ न कुछ सिखाता है वह भी एक शिक्षक ही है।

गुरू का विशेष स्थान

प्राचार्य डॉ अनुज कुमार तिग्गा ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरू का अर्थ होता है ज्ञानदाता, जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं। उन्होंने बताया कि जीवन के मार्ग में आगे बढऩे के लिए माता-पिता और गुरू का विशेष स्थान होता है। वहीं हमें जीवन के असल मूल्यों को बताते हैं। कॉलेज सचिव रेव्ह पीटर बारला ने छात्रों को शिक्षक दिवस की मान्यता और डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बारे में बताया, जिनके जन्म दिन पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने गुरूओं को जरूर याद करना चाहिए, जिनके जीवन का प्रभाव हम में से हरेक के जीवन में पड़ता है।

गीत भी प्रस्तुत किया

इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलित कर की गई। छात्रों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गये। इसमें उन्होंने गुरू के सम्मान और महत्व को समर्पित नृत्य नाटिका, देश की सांस्कृतिक झलक, ज्ञानवद्र्धक स्किट और आधुनिक नृत्य और गीत भी प्रस्तुत किया। विशेष रूप से इंटरमीडिएट आर्टस से दृष्टिबाधित छात्र शुभोजीत ने गुरू और ज्ञान पर संगीत प्रस्तु त कर शमां बांध दिया। स्टेज पर कार्यक्रम का संचालन आर्यन, मेहताब और शिवानी ने किया। पूरे कार्यक्रम में छात्रों की ओर से सुजित कुमार, भोपल मुंडा, अमन कुमार, अंकिता रानी, अंकिता सुरीन, रोमेश शर्मा, अंजलि कुमारी, गौरव मिश्रा, महिमा, सौरभ, मोहकल, अंकिता, तनु, सचिन, अमिशा जीत और सभी फैकल्टी के अन्य छात्र-छात्राओं ने अपना उल्लेखनीय सहयोग किया।