रांची(ब्यूरो)। सिटी में यूवी का कहर। जी हां, अक्सर मार्च-अप्रैल में दस्तक देने वाली गर्मी का पारा इस बार शुरुआत से ही फुल पावर में है। पता नहीं मई-जून में क्या हालात होंगे। मौसम की बेरूखी का असर अल्ट्रा वायलेट रे पर भी देखने को मिल रहा है, जो एक्सट्रीम लेवल 11 पर पहुंच गया है। सोमवार को सिटी का मैक्सीमम टेंप्रेचर जहां 38 डिग्री रहा, वहीं मिनिमम टेंप्रेचर भी 21 डिग्री रिकार्ड किया गया। बहरहाल यूवी रे के एक्सट्रीम लेवल तक पहुंचने के कारण लोगों को सनबर्न के साथ ही अन्य कई बीमारियां होने का भी खतरा बढ़ गया है।
आग बरसा रहा सूरज
सुबह और शाम में लोगों को गर्मी का अहसास नहीं हो रहा है। लेकिन जैसे-जैसे सूरज चढ़ रहा है गर्मी का अहसास बढ़ता जा रहा है। सुबह 8 बजे से ही सूरज आसमान से आग बरसा रहा है। आलम यह है कि अभी दोपहर में बाजार में पूरी तरह सन्नाटा पसर जा रहा है। लोग तेज धूप से बचने के लिए अपने-अपने घरों में दुबक जा रहे हैं।
क्या है अल्ट्रा वायलेट रे
अल्ट्रावायलेट एक रे है जो सूर्य से निकलती है। ओजोन परत के नुकसान होने पर यह रे धरती पर पहुंच कर लोगों को नुकसान पहुंचाती है। अल्ट्रावायलेट रे की दो कैटेगरी है यूवीए और यूवीबी। यूवीए रे ज्यादा खतरनाक होती हैं क्योंकि ये स्किन पर लंबे समय तक रहने वाले असर छोड़ती हैं। दूसरी ओर यूवीबी रे सनबर्न और फोटो एजिंग के लिए जिम्मेदार होती है।
ये है यूवी इंडेक्स
1-3 लो रिस्क
4-7 मीडियम रिस्क
8-9 हाई रिस्क
10 वेरी हाई रिस्क
11-12 एक्सट्रीम रिस्क

यूवी रे से परेशानियां
-आंखों में लाली
-कार्निया में दर्द
-स्किन का काला होना
-धूप में रहने से जलन
-स्किन में इचिंग
-सिर-पैर-हाथ की स्किन ड्राई
-ओपन स्किन का कलर चेंज
-स्किन पर लाल रंग के दाने
-स्किन पर तेज जलन का अहसास

ऐसे बचें यूवी इफेक्ट से
-धूप में कम निकलें
-सिर को ढक कर रखें
-यूवी प्रोटेक्शन ग्लास यूज करें
-ठंडे पानी से आंखों को धोते रहे
-आंख लाल होने पर आई स्पेशलिस्ट से कांटैक्ट करें
-फुल बांह के कपड़े पहने

इस बार गर्मी के शुरुआत में ही रांची का टेंप्रेचर बहुत बढ़ गया है। अल्ट्रावॉयलेट रे भी एक्सट्रीम लेवल पर पहुंच गया है, जिसकी किरणें स्किन को नुकसान पहुंचाती हैं। चेहरे की स्किन पर इसका सीधा असर होता है। इससे कई तरह की स्किन संबंधी प्रॉब्लम शुरू हो जाती है। स्किन कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। अल्ट्रावॉयलेट किरणों से खुद को बचाना इस सीजन में बहुत जरूरी है। धूप में निकलने पर सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। पूरे शरीर को ढक कर रखें। इस समय खूब पानी पीएं, पानी पिने से शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं, स्किन की नमी भी बरकरार रहती है। फल और हरी सब्जियों का सेवन भी खूब करें, ताजे फलों में एंटीऑक्सीडेंट होता है जो स्किन को धूप से बचाने में मदद करता है।
डॉ रणधीर कुमार, जेनरल फिजिशियन, श्री गणेश नर्सिंग होम, चुटिया, रांची