-मार्च से कोविड ड्यूटी में लगी नर्स रामरेखा राय ने कहा- पीसीआर की मदद से ले जाएं शव, भड़के पुलिसकर्मियों ने शव को छूने तक से किया इंकार

-परिजनों ने कहा- मौत के बाद शव के अंतिम संस्कार की भी रिम्स की जिम्मेदारी

रांची : कोरोना से मौत के बाद हंगामे भी होने लगे हैं। दरअसल, शनिवार की दोपहर रिम्स के कोविड वार्ड में इलाजरत एक आइआरबी के 35 वर्षीय जवान की दोपहर करीब 12 बजे कोरोना से मौत हो गई। जवान बीआइटी मेसरा स्थित आइआरबी 2 कैंप में रह रहा था। रिम्स प्रबंधन द्वारा मृत जवान के परिजनों को मौत की सूचना दी गई। शाम करीब साढ़े चार बजे 20-22 की संख्या में परिजन व आइआरबी के अन्य जवान रिम्स पहुंचे और शव को हैंडओवर करने की जिद करने लगे। कोविड की सिस्टर इंचार्ज रामरेखा राय ने कहा कि सभी प्रक्रिया के बाद शव को एम्बुलेंस के साथ उन्हें सौंपा जाएगा। रामरेखा राय ने कहा कि अंतिम संस्कार में शामिल होनेवालों को पीपीई किट भी उपलब्ध कराया जाएगा। इतने में ही आइआरबी के जवान व परिजन आगबबूला हो नर्स से उलझ गए। जब नर्स से कहा कि शव के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है तो वे रिम्स पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे। नर्स रामरेखा राय ने आरोप लगाया कि परिजनों ने उनके साथ काफी अभद्र व्यवहार भी किया। वहीं मृतक के शव तक को छूने से इनकार कर दिया।

स्टाफ देने की जिद

इधर, परिजनों का कहना था कि मरीज की मौत के बाद शव की अंतिम संस्कार की जिम्मेदार रिम्स प्रबंधन की है। नर्स ने जब उन्हें समझाया कि अंतिम संस्कार जिला प्रशासन के देखरेख में कराना होता है। इसके बावजूद परिजन रिम्स से स्टाफ देने की जिद करने लगे। मामला बढ़ने के बाद वे सभी रिम्स के एक कर्मी को जबरदस्ती अपने साथ भी ले गए।

6 अगस्त को किया गया था रिम्स में भर्ती

कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद निजी अस्पताल से जवान को 6 अगस्त को रिम्स में शिफ्ट किया गया था। डॉ उमेश प्रसाद की देखरेख में कोविड वार्ड में इलाज चल रहा था। चिकित्सकों के अनुसार मरीज की स्थिति गंभीर थी। रिम्स लाने से पूर्व दूसरे अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। मरीज को अन्य बीमारियां भी थीं।

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अंतिम संस्कार के क्या है नियम

-कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत के बाद शव के अंतिम संस्कार की जिम्मेवारी जिला प्रशासन की होती है ना ही अस्पताल प्रबंधन की।

-मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा परिजनों व जिला प्रशासन को दी जाती है सूचना, परिजनों के सामने जिला प्रशासन की टीम द्वारा कराया जाता है अंतिम संस्कार।

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