रांची (ब्यूरो)। राजधानीवासियों को हर घर नल से जल के लिए अभी और दो साल इंतजार करना होगा। 10 साल पहले नल से जल पहुंचाने के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम अबतक पूरा नहीं हुआ है। इसके अलावा मिसिंग पाइपलाइन का काम भी अधूरा है। रांची नगर निगम क्षेत्र के 12. किमी क्षेत्र में पाइपलाइन बिछाने की योजना थी, जिसमें से अब तक सिर्फ 46 किमी ही पाइपलाइन बिछ सकी है। करीब ढाई लाख घरों में वाटर कनेक्शन देना था। लेकिन अबतक सिर्फ 41 हजार घरों तक ही पाइप लाइन बिछाई जा सकी है।
और दो साल लगेंगे
इसमें महज 1. परसेंट घरों में ही वाटर कनेक्शन दिया जा सका है। पाइपलाइन का काम अब अमृत योजना से जोड़ा गया है। इसके तहत हो रहे इस काम में बार-बार कई अड़चनें आ रही हैं। इसी रफ्तार में काम हुआ तो 2025 से पहले यह लक्ष्य पूरा नहीं किया जा सकता। ऐसे में अगले दो साल राजधानीवासियों को गर्मी के मौसम मेें पानी की किल्लत से निजात नहीं मिलेगी।
वाटर टावर का यूज नहीं
राजधानी रांची के अलग-अलग इलाकों में 14 वाटर टावर का भी निर्माण कार्य चल रहा है। टावर का निर्माण कार्य करीब-करीब पूरा हो चुका है। लेकिन पाइपलाइन नहीं बिछने की वजह से इसका इस्तेमान फिलहाल नहीं किया जा सकता है। पाइप लाइन बिछाने का काम जुड़को, पीएचईडी और जेएनएनयूआरएम की ओर से कराया जा रहा है।
2.61 लाख नए कनेक्शन
अमृत योजना के तहत जुडको की ओर से जहां 2.61 लाख नए वाटर कनेक्शन देने की योजना है। वहीं पीएचईडी की ओर से 24 हजार और जेएनएनयूआरएम की ओर से 54 हजार वाटर कनेक्शन दिया जाना है। राजधानी में बीते दस सालों से हर घर 24 घंटे वाटर सप्लाई के सब्जबाग दिखाए जा रहे हैं। हर घर तक पाइपलाइन बिछाने का कई बार दावा किया गया, लेकिन आज भी 83 परसेंट घरों तक पाइपलाइन नहीं पहुंच सकी है। जुडको और पेयजल स्वच्छता विभाग के अफसरों की लापरवाही की वजह से नई बिछाई जा रही पाइपलाइन से अबतक मात्र 1. प्रतिशत घरों को ही कनेक्शन मिला है।
एनओसी का है चक्कर
पाइपलाइन बिछाने के लिए एनएचएआई और विभिन्न संस्थाओं से एनओसी लेने की आवश्यकता होती है। इसी में आ रही मुसीबत पाइप लाइन बिछाने में अड़चन बन रही है। एनओसी नहीं मिलने के कारण राइजिंग पाइपलाइन और लिंक लाइन का काम ठप पड़ा हुआ है। नगर निगम के पदाधिकारियों ने बताया कि एनएचएआई, पथ निर्माण और एनएच के पदाधिकारियों को जल्द एनओसी देने को कहा गया है, ताकि इस दिशा में हो रहे काम को रफ्तार दी जा सके।


नए प्लांट से 213 लाख लीटर वाटर सप्लाई
अमृत योजना के तहत गेतलसूद डैम से पानी लेकर रूक्का के नए प्लांट में पानी फिल्टर किया जाएगा। इसके लिए रूक्का डैम के समीप फिल्टर प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। जहां इस प्लांट से रोज 213 लाख लीटर पानी की आपूर्ति होगी। इसकी क्षमता पुराने की तुलना में करीब 45 लाख लीटर ज्यादा है। एलएंडटी के प्लांट से डोरंडा लाइन के जरिए भी रोज 113 लाख लीटर पानी की सप्लाई हो रही है। नए प्लांट के चालू होने पर रूक्का के पुराने प्लांट को बंद कर दिया जाएगा। फिलहाल 50 साल पुराने प्लांट से 1.0 लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है। शहर में आबादी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। आबादी बढऩे से पानी की खपत भी बढ़ी है। लोगों की जरूरत को पूरा करने के लिए ही भविष्य को ध्यान में रखकर अमृत योजना के तहत घर-घर तक पाइपलाइन बिछाने की योजना की शुरुआत की गई है। योजना के तहत काम भी चल रहा है, लेकिन इसकी रफ्तार काफी धीमी है। पाइपलाइन बिछाने से लेकर कनेक्शन देने में भी विभाग उदासीन है। बीते दिनों हुई बैठक में नगर आयुक्त शशि रंजन ने इसपर नाराजगी जाहिर करते हुए काम में तेजी लाने का आदेश दिया है।


पाइपलाइन बिछाने में एनओसी नहीं मिलना अड़चन बन रहा था। इसके लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा गया है।
शशि रंजन
नगर आयुक्त, आरएमसी