-जमीन विवाद के कारण नहीं हो रहा डेवलपमेंट
-आरयू ने मांगे थे पेपर्स, कॉलेज के पास है सिर्फ फोटो कॉपी
>RANCHI: रांची यूनिवर्सिटी के रामलखन सिंह यादव कॉलेज की जमीन की समस्या और बढ़ गई है। कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन के पास जमीन के एग्रीमेंट का मूल दस्तावेज ही नहीं है। फोटो कॉपी से ही काम चलाया जा रहा है। इससे कॉलेज के डेवलपमेंट पर ग्रहण लग गया है। वहीं, जमीन मालिक के परिजन भी अपना दावा ठोंक रहे हैं।
आरयू ने मांगा था जमीन का दस्तावेज
रामलखन सिंह यादव कॉलेज की जमीन का विवाद निपटाने के लिए आरयू प्रशासन ने उसके मूल दस्तावेज की मांग की थी। इस पर कॉलेज मैनेजमेंट जमीन के एग्रीमेंट की फोटो कॉपी भेज दी। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जब ओरिजनल पेपर मांगा, तो कॉलेज की ओर से बताया गया कि हमारे पास सिर्फ फोटो कॉपी ही है। इस पर आरयू प्रशासन ने कहा कि जिसके पास कागज रहता है, उसके खिलाफ एफआइआर कीजिए।
क्98ख् में हुआ था जमीन एग्रीमेंट
कॉलेज मैनेजमेंट और जमीन मालिक गांगुली के बीच ख्ख् नवंबर क्98ख् में क्00 कट्ठा जमीन के लिए एग्रीमेंट हुआ था। लेकिन, तय राशि नहीं दिये जाने के कारण जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो पाई थी। अब गांगुली के परिजनों ने इसपर दावा ठोक दिया है। नियम के अनुसार, अंगीभूत कॉलेज की जमीन चांसलर की होती है। लेकिन, यहां तो बगैर रजिस्ट्री की जमीन पर चल रहे कॉलेज को सरकार ने भी अंगीभूत का दर्जा दे दिया है।
जमीन विवाद के कारण नहीं हो रहा डेवलपमेंट
इस जमीन का विवाद कोर्ट में चल रहा है। इस कारण इस कॉलेज का डेवलपमेंट नहीं हो पा रहा है। कॉलेज में क्लासरूम की भारी कमी है। इसके अलावा न तो बेहतर लाइब्रेरी है और न ही स्टूडेंट को पूरी फैसीलिटी मिली हुई है। इसलिए न तो कॉलेज यहां कोई कंस्ट्रक्शन कर सकता है और न ही बेहतर क्लासरूम बना सकता है।
फैक्ट फाइल
स्थापना-क्97ख्
स्टूडेंट्स-9000
टीचर्स-फ्7
क्लासरूम-फ्
वर्जन
लीगल ओपिनियन लेने के बाद ही मैं कोई एक्शन लूंगी। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। जमीन विवाद के कारण कुछ समस्याएं हो रही हैं। फिलहाल जितना इंफ्रास्ट्रक्चर है, उसी में बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है।
-डॉ। एम आर्या, प्रिंसिपल, रामलखन सिंह यादव कॉलेज