रांची (ब्यूरो)। रोज नए-नए हथकंडे अपना कर साइबर फ्राड ग्राहकों को लूट रहे हैं। अब होली को देखते हुए तरह-तरह के ऑफर के जरिए लोगों को शिकार बना रहे हैं। थानों और साइबर सेल में ऐसी शिकायतों की संख्या बढ़ी है। आप भी यदि फेस्टिव सीजन में ऑफर देखकर ऑनलाइन खरीदारी करने की सोच रहे हैं, तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। साइबर ठग नामी कंपनियों के नाम से फेक वेबसाइट बनाकर लोगों को फेक ऑफर दे रहे हैं। फेस्टिव सीजन में इन्हीं फेक ऑफर्स के जरिए साइबर ठग अलग-अलग तरीके से फाइनेंशियल फ्राड को अंंजाम देने में लगे हुए हैं।

वेबसाइट पर भी ऑफर की भरमार

होली के त्योहार को लेकर खरीदारी जारी है। ई-कॉमर्स वेबसाइट पर भी शॉपिंग फेस्टिवल की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में लोगों से ठगी करने के लिए साइबर शातिर भी सक्रिय हुए हंै। साइबर अपराधी फेक ऑफर कॉल और ब्लिंक मैसेज के जरिए अपने शिकार को झांसे में ले रहे हंै। वहीं शॉपिंग पर डिस्काउंट और कैश बैक का झांसा देकर रुपए उड़ा देते हंै। फेक वेबसाइट के जरिए 80 से 90 परसेंट तक की छूट का ऑफर दिया जा रहा है। एडवांस पेमेंट लेकर ठगी, लिंक के जरिए भी ठगी हो रही है। इसके अलावा इन दिनों एक अलग तरीका का फ्राड भी सामने आ रहा है। इसमें साइबर ठग प्राइवेट कंपनियों में लाखों की सैलेरी पाने वाले कर्मचारियों का डेटा खरीदते हैं औैर फिर लेटर भेजकर महंगी चीजें सस्ते दामों पर बेचने या फिर प्राइज मनी जीतने का ऑफर देकर ठगी करते हैं।

स्पूफ एप से रहें बचकर

कोरोना काल के बाद ऑनलाइन पेमेंट का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। अलग-अलग कंपनियों ने अपने पेमेंट एप लांच कर दिए हैं, जिससे लोग सब्जी, कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक आइटम से लेकर ज्वेलरी की खरीदारी ऑनलाइन पेमेंट के जरिए करने लगे हैं। लेकिन, अब यही पेमेंट एप साइबर अपराधियों के लिए ठगी का एक नया हथियार बन गया है। साइबर अपराधी नया तरीका इजाद करते हुए अब अलग-अलग पेमेंट एप का स्पूफ तैयार कर ठगी को अंजाम दे रहे हैं। इसमें साइबर ठग छोटे-छोटे दुकानदारों को अपना शिकार बना रहा हैैं। ऑनलाइन पेमेंट एप पेटीएम, फोन पे, गूगल पे, अमेजन पे से मिलते-जुलते स्पूफ एप के जरिए ठग किसी भी दुकान में जाकर खरीदारी करता है और स्पूफ पेमेंट एप से ऑनलाइन पेमेंट का स्क्रीन शॉट दिखा देते हैं। इससे पेमेंट तो सक्सेस दिखा दिया जाता है, लेकिन संबंधित व्यक्ति के अकाउंट में पैसा पहुंचता ही नहीं।

आ चुके हैैं इस तरह के मामले

हाल के दिनों में रांची में कई ऐसे मामले साइबर पुलिस के पास पहुंचे हैैं, जिनकी जांच की जा रही है। मोरहाबादी का एक दुकानदार इसी प्रकार की ठगी का शिकार हुआ है। स्पूफ एप के जरिए ठगों ने दुकादार से हजारों रुपए ठग लिए। लोअर बाजार थाना क्षेत्र से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां भी एक कारोबारी से स्पूफ एप के जरिए 50 हजार की ठगी कर ली गई। इससे संबंधित शिकायत साइबर थाने में दर्ज की गई है। तो वहीं अरगोड़ा स्थित बीयर बार में स्पूफ एप की मद

द से बार ओनर को 6300 रुपए का चूना लगा दिया गया। साइबर एक्सपर्ट का कहना है बड़ी कंपनियों के पेमेंट एप के स्पूफ काफी खतरनाक हंै। इसकी मदद से डाटा चोरी से लेकर मोबाइल को रिमोट से एक्सेस कर खाते से पैसे गायब किए जा सकते हैं। साइबर अपराधियों ने फोन पे, पेटीएम, अमेजन से ठीक मिलता जुलता स्पूफ पेमेंट एप तैयार किया है, जिसका इस्तेमाल फ्राड पेमेंट के लिए कर रहे हैं।

ट्रांजेक्शन जरूर चेक करें

ऑनलाइन पेमेंट की ठगी से बचने का सबसे आसान और बेहतर उपाय यह है कि जैसे ही कोई ऑनलाइन पेमेंट सक्सेस होने की बात करे, वैसे ही अपना अकाउंट चेक करें। अकाउंट में पेमेंट आने के बाद ही कस्टमर सेे डील फाइनल करें। कस्टमर से ट्रांजेक्शन हिस्ट्री दिखाने के लिए भी कहा जा सकता है, क्योंकि स्पूफ एप में ट्रांजेक्शन हिस्ट्री नहीं दिखाई देती है।

किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट का कहना है कि इन दिनों नौकरी लगवाने, फेस्टिवल सीजन ऑफर, फेसबुक हैकिंग के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। यदि किसी ऑनलाइन वेबसाइट से कुछ खरीद रहे हैं तो सबसे पहले उस वेबसाइट का नाम पता सर्च कर या स्पेलिंग चैक करने के साथ वेबसाइट का रिव्यू भी देखना चाहिए। फेसबुक औैर वाट्सएप पर आए मैसेज के झांसे में आकर मनी ट्रांजेक्शन न करें। किसी भी लिंक पर क्लिक करने से भी बचना चाहिए।