रांची: सिर में दर्द हो तो लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते। धीरे-धीरे यह समस्या इतनी बढ़ जाती है कि इलाज कराना मुश्किल हो जाता है। अब यह समस्या सिटी के यूथ में आम होती जा रही है। जल्द ही लोग अवेयर नहीं हुए तो यूथ की बड़ी आबादी माइग्रेन की चपेट में आ जाएगी। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर 10 में से 4 को माइग्रेन की समस्या है। हर दिन ओपीडी में लोग माइग्रेन के इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
4 घंटे से लेकर 4 दिन तक दर्द
सिर में दर्द दो तरह का होता है। इसमें एक कारण टेंशन से हेडेक होना भी है। यह कुछ समय के लिए होता है और ठीक भी हो जाता है। दूसरी ओर, माइग्रेन का दर्द 4 घंटे से लेकर 4 दिनों तक रह सकता है। इसका इलाज संभव है। बस समय से इसका पता चल जाए तो इस बीमारी को दूर किया जा सकता है।
15 से 30 की उम्र के हैं अधिक मरीज
पहले यह बीमारी 40 साल के लोगों में देखने को मिलती थी। लेकिन अब पढ़ाई-जॉब का प्रेशर इतना हावी हो चुका है कि 15 से 30 साल की उम्र के युवाओं में भी माइग्रेन की समस्या होने लगी है। कई बार इसे लोग खाली पेट रहने, धूप में निकलने की वजह से भी सिरदर्द होने का कारण समझकर इग्नोर कर देते हैं। इसे इग्नोर करना उनके लिए घातक साबित हो सकता है।
गैजेट-लाइफस्टाइल बढ़ा रहा बीमारी
हाल के दिनों में गैजेट का प्रचलन काफी बढ़ गया है। वहीं लोगों की लाइफस्टाइल भी पूरी तरह से बदल गई है। अब गैजेट और लाइफस्टाइल दोनों ही मिलकर सिर का दर्द बढ़ा रहे हैं। माइग्रेन भी अलग-अलग स्टेज का हो सकता है। इसके लिए जिम्मेवार अधूरी नींद, खाना, मोबाइल व लैपटॉप पर घंटों काम करना है। इसलिए समय रहते अलर्ट हो जाने की जरूरत है। इससे इस बीमारी को बढ़ने से रोका जा सके।
ये हैं लक्षण
- आधे सिर में दर्द और बढ़ना
- सिर दर्द के साथ उल्टी होना
- सिर दर्द के साथ डायरिया
- चीजें धुंधली दिखाई देना
- नींद न आना
- भूख न लगना
- तेज आवाज से चिढ़
कैसे बचे माइग्रेन से
- सोने और जागने का टाइम सेट करें
- रात में जल्दी सोएं और सुबह जल्दी जागें
- टाइम पर अपना डाइट लें
- देर तक खाली पेट न रहें
- रात में मोबाइल का यूज करने से बचें
- मोबाइल का यूज करते समय गर्दन न झुकाएं
सिर दर्द को लोग इग्नोर कर देते हैं या फिर हेडेक की दवा ले लेते हैं। टेंशन वाला हेडेक तो तुरंत ठीक हो जाता है। लेकिन माइग्रेन लंबे समय तक रह जाता है। इसका इलाज किया जा सकता है। अगर महीने में 4 दिन से अधिक सिर में दर्द की शिकायत है तो यह माइग्रेन ही है। इसके लिए रेगुलर दवा लेने की जरूरत है। जब शुरुआत में ही माइग्रेन के लक्षण दिखे तो तत्काल डॉक्टर से कंस्लट करें। तब इसे बढ़ने से रोका जा सकता है।
डॉ केशव कुमार, न्यूरो साइकियाट्रिस्ट