Agent बनकर रहते हैं यहां
नक्सली और उनकी फैमिली जिस फ्लैट में रहते हैं, वहां पड़ोसियों या किसी और को कोई शक न हो, इसलिए वे अपना नाम बदल लेते हैं और खुद को गवर्नमेंट ऑफिस का स्टाफ या किसी इंश्योरेंस कंपनी का एजेंट बताते हैं। स्पेशल ब्रांच की टीम ने पुलिस हेडक्वार्टर को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें कहा गया है कि नक्सली पंडरा के लक्ष्मीनगर, चटकपुर, तुपुदाना, बूटी मोड़ एरिया में किराए के मकान में मजदूर या किसी कंपनी का एजेंट बनकर रहते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रातू के सिमलिया व कमड़े में नक्सलियों ने अपना घर भी बना लिया है। जब नक्सलियों को घेरने की तैयारी की जाती है, तो वे सिटी में आकर आराम से फ्लैट और किराए के मकान में छिप जाते हैं। पुलिस दबिश कम होने के बाद वे फिर अपने संगठनों के कामों में जुट जाते हैं।

सफेदपोश देते हैं पनाह
स्टेट के अदर डिस्ट्रिक्ट्स से आनेवाले नक्सलियों को सिटी के कुछ सफेदपोश लोग पनाह देते हैं। पुलिस से बचने के लिए उनके द्वारा नाम बदल लिए जाते हैं या उन्हें रिश्तेदार बता दिया जाता है। पुलिस सोर्सेज के मुताबिक, सिटी के ऐसे कुछ सफेदपोशों को पुलिस ने आइडेंटिफाई किया है, जो नक्सलियों के मददगार हैं। पुलिस उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई कर रही है।