रांची: एनडीए की परीक्षा लिखने आए अभ्यर्थियों को करमटोली स्थित बुद्धिस्ट मिशन, सेंट्रल एकडमी एग्जाम सेंटर में परेशानियों का सामना करना पड़ा। दरअसल, एनडीए की परीक्षा सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक थी, जिससे स्टूडेंट्स की रिपोर्टिग टाइम सुबह साढे़ नौ बजे थी। एग्जाम देने आने वाले सभी स्टूडेंट्स रांची से बाहर के थे। स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स को सुबह ही घर से निकलना पड़ा था। कोई सुबह चार बजे तो कोई पांच बजे रांची के लिए निकला था। इस वजह से स्टूडेंट्स नाश्ता भी नहीं कर सके थे। स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को दोपहर लंच के वक्त स्टूडेंट्स को बाहर जाकर खाना खाने की छूट दी थी। लेकिन लंच के वक्त किसी भी अभ्यर्थी को बाहर निकलने नहीं दिया गया, जिससे बच्चों के पेरेंट्स परेशान हो गए। कोई अपने बच्चों के लिए केला तो कोई बिस्किट, कोई सेव तो कोई कुछ और लेकर आने लगा। स्कूल के गेट के इस पार पेरेंट्स अपने बच्चों के लिए खाना लिए उन्हें ढूंढ रहे थे वहीं गेट के उस पार स्टूडेंट्स अपने पेरेंट्स की तलाश में थे। अभिभावकों ने बताया कि मैनजेंमेंट की ओर से कहा गया था, बच्चों को बाहर जाने दिया जाएगा। लेकिन अब कह रहे हैं कि कोई स्टूडेंट बाहर नहीं जाएगा। स्कूल कैंटीन में ही खाना पड़ेगा, जबकि अधिकतर बच्चों के पास पैसे भी नहीं हैं। पेरेंट्स अपने बच्चों को ढूंढकर पैसे भी देते दिखे।

पेरेंट्स ने बताई पीड़ा

मैं बिहार के बेगुसराय से आया हूं। बच्चे को समय पर एग्जाम सेंटर लेकर आना था, इसलिए एक दिन पहले ही अपनी निजी गाड़ी से रांची के लिए निकल पड़ा। बच्चे ने सुबह से कुछ नहीं खाया। बोला लंच के वक्त कुछ खा लेगा। लेकिन बाहर ही नहीं आने दिया जा रहा। शाम पांच बजे बाहर आएगा। मैंने उसे केला खरीद कर दे दिया है।

- विनोद कुमार

बच्चे को शाम पांच बजे निकलने दिया जाएगा। तब तक वह भूखे कैसे रहा सकता है। मैंने उसे कुछ पैसे दे दिए हैं ताकि कैंटीन से कुछ खरीद कर खा ले, लेकिन बच्चे ने बताया कि कैंटीन में कुछ है नहीं।

-मुकेश कुमार

जमशेदपुर से आए हैं, यहां काफी परेशानी हो गई है। सोशल डिस्टेंसिंग का भी कोई ख्याल नहीं रखा जा रहा है। बच्चे को खाने-पीने की भी दिक्कत हो रही है।

-अखिलेश कुमार

मैं भी जमशेदपूर से हूं। प्रबंधन अपनी मनमानी कर रहा है। बच्चे को पानी भी नहीं देने दिया जा रहा। बच्चों को खाने की दिक्कत हो रही है। बाहर से खाना भी देने में परेशानी हो रही है।

-धर्मेंद्र कुमार सिंह