रांची (ब्यूरो)। सिटी में कई स्थानों पर अब भी टेंट लगाकर ट्रैफिक पोस्ट संचालित हो रहे हैं। इन पोस्ट से टेंट हटाकर यहां अस्थाई ट्रैफिक पोस्ट बनाया जाएगा। नगर निगम इसकी तैयारी शुरू कर चुका है। इन ट्रैफिक पोस्ट में धूप से बचने के लिए पंखे होंगे तो वहीं बरसात से बचने के लिए प्रॉपर छत भी होगा। पुलिस कर्मियों को यहां-वहां से प्लास्टिक लाकर ढंकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। राजधानी रांची में हर मौसम में चौक-चौराहों पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को इससे थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। यहां पुलिसकर्मी बारिश होने के पहले और शिफ्ट बदलने के बाद आराम कर सकेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को ड्यूटी से बचे समय में थोड़ी राहत देना है, जिससे वो दोबारा मुस्तैदी से ड्यूटी कर सकें। पोस्ट का निर्माण कराने के लिए लगभग 40 स्थलों को चिन्हित किया गया है।

झोपड़ीनुमा ट्रैफिक पोस्ट में जवान

रांची के 30 से 35 स्थानों पर पुलिस पोस्ट बने हुए हैं। इसके अलावा 40 से ज्यादा स्थानों पर अस्थाई तौर पर प्लास्टिक और फ्लेक्स के सहारे झोपड़ीनुमा पोस्ट बनाकर वहां पुलिसकर्मी आराम करते हैं। मगर बारिश होने पर उन्हें आसपास की दुकानों और मकानों की ओट में शरण लेनी पड़ती है। ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि पोस्ट निर्माण कराने के लिए कई बार विभाग से कहा गया, मगर कोई कार्रवाई नहीं होती। पूर्व ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने भी पहल की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। हालत इतनी खराब है कि पुलिसकर्मियों को घर से लाए टिफिन खाने के लिए भी अगल-बगल में जाना पड़ता है। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था संभाल रहे सिपाहियों के सिर पर न छतरी है और न ही खड़ा होने का कोई ठौर-ठिकाना। इतना ही नहीं, कई चौक-चौराहों पर बिना पोस्ट व सिग्नल के ही सिपाही सड़क किनारे खड़े होकर दोनों हाथ इधर-उधर भांजते हुए ट्रैफिक कंट्रोल करने की कोशिश में जुटे रहते हैं।

यहां झोपड़ी में ट्रैफिक पोस्ट

रातू रोड दुर्गा मंदिर, राम मंदिर के पास, एसएसपी आवास, शहीद चौक, चर्च रोड, रतन टॉकीज, हरमू रोड शनि मंदिर, किशोरगंज चौक, मेकॉन गेट, एजी मोड़, चापूटोली, कटहल मोड समेत अन्य कई स्थानों पर आज भी प्लास्टिक और टेंट में ट्रैफिक पोस्ट संचालित हो रहे हैं। इन टेंट में पुलिसकर्मियों को बैठने की भी जगह नहीं है।