रांची(ब्यूरो)। पारस एचईसी हॉस्पिटल ने करीब दो साल बाद स्कूल आने वाले बच्चों की सेहत को लेकर अनूठी पहल की है। जी हां, हॉस्पिटल की ओर से शुक्रवार को बैक टू स्कूल प्रोग्राम का शुभारंभ किया गया। इस संबंध में यूनिट हेड डॉ नितेश ने बताया कि प्रोग्राम के तहत शहर के सभी स्कूलों में जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की मुफ्त जांच की जाएगी, ताकि आने वाले समय में बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों का सामना न करना पड़े। वहीं, हॉस्पिटल के रिजनल डायरेक्टर डॉ सुहाष ने बताया कि रांची के हृदय स्थली में बसा पारस एचईसी अस्पताल अपनी गरिमामई उपस्थिति दर्ज कराएगा। उम्मीद है कि हमारी मेहनत और सबका सहयोग इस अस्पताल की गरिमा को एक नया मुकाम जरूर देगा। पारस एचईसी अस्पताल इस नए अवतार में अपने पुराने विश्वास को हासिल करने में जरूर कामयाब होगा।

ऑनलाइन क्लास से आंखों की समस्या

यूनिट हेड डॉ नितेश ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से ज्यादातर बच्चों में आंखों की समस्या देखी जा रही है, जिसका खास कारण ऑनलाइन क्लास में कंप्यूटर और मोबाइल का लगातार इस्तेमाल है। इस अभियान के तहत बच्चों में पनप रही आंखों की समस्या को देखते हुए इसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा। बच्चों के दांतों की भी जांच की जाएगी, उसके बाद पूरे शरीर की स्वास्थ्य जांच की जाएगी।

अस्पताल की रिलांचिंग 16 को

डॉ नितेश ने बताया कि 16 तारीख को पारस एचईसी अस्पताल की रीलॉन्चिंग होगी। लॉकडाउन और कोविड की समाप्ति के बाद पारस एचईसी अस्पताल अपनी सुपर स्पेशियलिटी सुविधाओं के साथ समाज को सेवा देने जा रहा है। यहां आयुष्मान भारत की सुविधाएं भी मौजूद हैं। सीनियर सिटीजन क्लब के तहत सीनियर सिटीजन को इलाज में विशेष छूट दी जाएगी। 40 बेड की आईसीयू सुविधाओं के साथ सामान्य मरीजों के लिए 150 बेड की वर्तमान व्यवस्था है, जो कि आने वाले समय में 300 करने की योजना है।