क्रिसमस पर हुंडरू पहुंचे 20 हजारे सैलानी, दूसरे फॉल्स पर भी भीड़

रांची : नए साल का स्वागत करने के लिए पिकनिक स्पॉट तैयार हो चुके हैं। भीड़ वहां अभी से जुटने लगी है। शहर हर कोने में प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण वादियों में जाकर लोग सपरिवार नए साल का स्वागत करेंगे। पर, ये स्थल खतरे से भी खाली नहीं हैं। कई जलप्रपातों में हुई घटनाओं से सीख लने की जरूरत है। सैलानियों को कई तरह की सावधानियां बरतने की आवश्यकता हैं। सिटी खूबसूरत छटाओं से भरी पड़ी है। थोड़ी सी सावधानी बरत कर आप नए साल की मस्ती में और भी कई रंग भर सकते हैं। रविवार को क्रिसमस के मौके पर रांची जिले मे स्थित हुंडरू जल प्रपात घूमने के लिए 20 हजार से अधिक पर्यटक पहुंचे, यहां पहुंचकर पर्यटकों ने जल प्रपात का आनंद लिया, साथ ही क्रिसमस के अवसर पर पर्यटकों ने वहां पहुंचकर पिकनिक का आनंद भी लिया। इस मौके पर जेटीडीसी के जेनरल मैनेजर राजीव रंजन भी उपस्थित थे। जेटीडीसी के राजकिशोर प्रसाद, हरिचरण बेदिया, रंजन कुमार, विष्णु बलराम, कार्तिक, रोहित, बुधराम, जीतवाहन, नागेश्वर बुद्धराम उपस्थित थे। सिकिदरी पुलिस के द्वारा सुरक्षा की भी खास व्यवस्था की गई थी।

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हुंडरू फॉल

दूरी : रांची से दूरी 44 किमी है।

कैसे जाएं : हुंडरू फॉल आने के लिए सभी ओर से रास्ता है। रांची-पुरुलिया मार्ग पर अनगड़ा से 22 किमी की दूरी तय कर फॉल पहुंचा जा सकता है। स्कूल मोड़ जोन्हा से भी 20 किमी की यात्रा तय फॉल पहुंचा जा सकता है। पथ निर्माण विभाग ने फॉल तक जाने के लिए सीढि़यों का निर्माण कराया है। डेंजर जोन के खतरे से आगाह करने के लिए जगह-जगह बोर्ड लगाए गए हैं। फॉल के पास स्वर्णरेखा नदी पर बनाए गए पुल से फॉल की खूबसूरती और बढ़ गई है।

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दशम फॉल

दूरी : रांची-जमशेदपुर मुख्य मार्ग पर रांची से 40 किमी की दूरी पर तैमारा गांव के समीप स्थित है।

कैसे जाएं :- रांची-टाटा रोड से करीब पांच किलोमीटर अंदर जाना पड़ता है। बेहतर होगा कि निजी वाहन से ही जाएं, क्योंकि यहां जाने के लिए मेन रोड से ऑटो आदि की सुविधा हमेशा उपलब्ध नहीं है।

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पंचघाघ

दूरी : रांची से 47 किमी की दूरी पर खूंटी-चाईबासा

रोड पर स्थित।

कैसे जाएं : देश का एकमात्र प्रपात, जिसमे पांच धाराएं स्पष्ट दिखाई देती हैं। पूरा साल सैलानियों का आना-जाना लगा रहता है। दिसंबर व जनवरी में यहां उनकी भीड़ बढ़ जाती है। पांच जलप्रपातों को अपने सीने में समेटे पंचघाघ जलप्रपात खूंटी जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर है।

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जोन्हा फॉल

दूरी : रांची से 45 किमी। की दूरी पर। सिल्ली मार्ग पर स्थित है। 80 फीट की ऊंचाई से पानी गिरता है। पहाड़ों के बीच में बसे जलप्रपात की खूबसूरती देखने लायक है।

कैसे जाए : रांची से जोन्हा हाने वाली ट्रेन से। सिल्ली जाने वाली बस से। निजी वाहन से। सिल्ली से कुछ दूर पहले ही आपको मुड़ना फॉल के लिए मुड़ाना होता है। मुख्य सड़क से दूरी करीब 8 किलोमीटर है।

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हिरणी फॉल

दूर : रांची से 70 किमी। चाईबासा मार्ग पर अवस्थित है। कलकल की आवाज के साथ 120 फीट ऊंचाई से गिरता यह जलप्रपात का अनुपम सौंदर्य है।

कैसे जाएं : रांची से चाईबासा को जानेवाली बस से। निजी वाहन से। खूंटी से आगे जलेबिया घाटी पार करते ही सड़क से कुछ मीटर की दूरी पर फॉल स्थित है। मुख्य सड़क पर उतर कर पैदल जा सकते हैं या अपनी कार से भी जा सकते हैं।

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रूक्का डैम

दूरी : रांची से 22 किमी। की दूरी पर ओरमांझी में

स्थित है।

कैसे जाएं : रांची से रामगढ़ जानेवाली सड़क पर बीआईटी पार करने के बाद दाहिने गली में जाना है।

रूक्का डैम चारों ओर से पहाड़ों से घिरा हुआ है। बोटिंग की भी सुविधा उपलब्ध है।

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साईं मंदिर

दूरी : बेड़ो से 12 किमी। दूरी तथा राजधानी से 47 किमी। की दूरी पर स्थित साई मंदिर सैलानियों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है। जंगल और पहाड़ों के बीच स्थापित यह मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य से विभूषित है।

कैसे जाएं : रांची से बेड़ो को जाने वाली बस से बेड़ो तक। उसके बाद ऑटो से सांई मंदिर तक ककरिया जाने वाली ऑटो से मंदिर पहुंचा जा सकता है। निजी वाहन से भी जा सकते हैं

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रॉक गार्डेन

दूरी : अलबर्ट एक्का चौक से 5 किमी।

कैसे जाएं : रांची के कांके रोड पर है रॉक गार्डन। इसे देखकर जयपुर के रॉक गार्डन का नजारा आंखों के सामने आ जाता है। यहां कई काल्पनिक मूर्तियां शोभा बढ़ाती हैं। गार्डन कांके डैम के ठीक बगल में है। इससे वहां का दृश्य मनोरम लगता है।

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बिरसा मृग विहार

दूरी : रांची से 25 किमी। दूर रांची-खूंटी मार्ग पर स्थित

कैसे जाएं :- खूंटी को जाने वाली बस। निजी वाहन। यहां 350 से भी ज्यादा हिरण हैं। सांभर , चीतल, बारहसिंगा प्रमुख आकर्षण हैं। मोर भी हैं। कांची नदी के किनारे स्थिति है। चारों ओर पहाड़ जंगल है। साल एवं सागवान के सुंदर लंबे वृक्ष से परिपूर्ण व प्राकृतिक सौंदर्य से विभूषित मृग विहार पर्यटक को पुन: आने के लिए आकर्षित करता है। बच्चों के लिए मृगविहार के बाहर चाइल्ड पार्क की भी व्यवस्था है। जहां पर बच्चे घंटों समय बिता लेते हैं।

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बिरसा जैविक उद्यान

दूरी : रांची से 24 किमी। की दूरी पर ओरमांझी में स्थित है।

कैसे जाएं : रांची से रामगढ़ की ओर जाने वाली बस से। ऑटो से। निजी वाहन से। झारखंड का सबसे बड़ा जैविक उद्यान का दर्जा प्राप्त है। स्थापना 1994 में हुई। कुल 104 हेक्टेयर में फैला हुआ उद्यान दो भागों में बंटा हुआ है। एक जंतु अनुभाग और दूसरा वनस्पति अनुभाग। यहां बोटिंग की सुविधा भी है।

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पुलिस के सुझाव

- धुम्रपान/मद्यपान सार्वजनिक स्थान पर पूर्णतया प्रतिबंधित है।

- अभिभावक/पिकनिक आर्गेनाइजर की जिम्मेवारी है कि ये बच्चों का ध्यान रखें और उन्हें अकेला न छोड़ें।

- अपने वाहन को उचित स्थान पर पार्क करें तथा दो पहिया वाहन में डबल लॉक अवश्य लगाएं।

- अपने सामान का ध्यान रखें एवं इसे बिना निगरानी के इधर-उधर न छोड़ें।

- पिकनिक स्पॉट पर ऊंची आवाज में संगीत न बजाएं अन्यथा आपके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

- मद्यपान कर वाहन न चलाएं अन्यथा आप पर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित है।

- पिकनिक स्पॉट पर अनावश्यक रूप से सुनसान स्थानों पर न जाएं।

- किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में पुलिस से त्वरित सेवा लेने के लिए आपातकालीन नंबर 100 पर डायल करें।