आई एक्सक्लूसिव--
-रांची में बढ़ते अपराध पर लगाम कसने की पुलिस ने बनाई रणनीति
-डीआईजी के नेतृत्व में टीम क्रिमिनल्स पर करेगी कार्रवाई
RANCHI(19 March): राजधानी के अपराधियों की गतिविधियों की जानकारी के लिए जिला पुलिस डेटा बेस तैयार करेगी। इनमें वैसे अपराधियों को शामिल किया गया है, जो जेल से निकलने के बाद जमीन के धंधे से जुड़ गए हैं। अपराधियों, नशीली दवाओं के तस्करों, इश्तेहारी भगोड़ों और पेशेवर अपराधियों की गतिविधियों का संयुक्त रूप से डेटा बेस तैयार किया जाएगा, ताकि इनकी गिरफ्तारी आसान हो सके। यह निर्णय जिला पुलिस ने अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए लिया है। डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर के नेतृत्व में इन अपराधियों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि जिले में विभिन्न प्रकार के अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है।
एक से अधिक मुकदमे पर डाटा बेस
री ऑफेंडर यूनिट हर उस अपराधी का डाटा बेस तैयार करेगी, जिसके ऊपर एक से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। हर महीने डाटा बेस का रिकॉर्ड अपडेट किया जाएगा और उसकी एक प्रति सभी क्राइम ब्रांच यूनिट, थाने और चौकी को दी जाएगी। डाटा बेस की श्रेणी अलग-अलग होंगी। मर्डर, लूट, डकैती, स्नेचिंग, व्हीकल थेफ्ट, घर में सेंध, दुकानों में सेंध, फैक्टरी व शोरूम में चोरी से संबंधित गिरोह का नाम, उनकी पहचान, उनका पता, उनकी मौजूदा स्थिति (जेल में या बाहर), गिरोह के सदस्यों के रिश्तेदारों, बहन, भाइयों, मां-बाप के कामकाज, वैवाहिक स्थिति का ब्यौरा डाटा बेस में शामिल रहेगा।
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अनसुलझे मामलों में मिलेगी मदद
पुलिस अब खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान जिले में अनसुलझे मामलों को हल करने में करेगी। अपराधियों, मादक पदाथरें के तस्करों, भगोड़े अपराधियों को काबू करना आसान हो जाएगा। पेशेवर अपराधियों के एक साझा डेटाबेस से खुफिया सूचना के आधार पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्णय रांची पुलिस ने लिया है।
जमीन कारोबारियों की बन रही सूची
जिले में पुलिस उन जमीन कारोबारियों की लिस्टिंग शुरू कर दी है, जो क्रिमिनल्स का यूज करते हैं। ये जमीन को हथियाने के लिए क्रिमिनल्स को बाहर से बुलाकर सुपारी देते हैं।
क्रिमिनल्स के इनवेस्टमेंट का रहेगा डिटेल
इस डेटा बेस के आधार पर पुलिस अपराधियों के इनवेस्टमेंट संबंधी जानकारी भी रखेगी। इसके जरिए पुलिस यह देखेगी कि अपराधी रंगदारी से मिले पैसे का इनवेस्टमेंट कहां करते हैं। उसके संरक्षण दाता कौन हैं।