रांची(ब्यूरो)। डीएवी पब्लिक स्कूल ने रांची नगर निगम का 17 लाख 51 हजार रुपए होल्डिंग टैक्स बकाया रखा है। शहर में प्राइवेट संस्थानों में सबसे अधिक डीएवी स्कूल बरियातू ने ही बकाया रखा है। इसी तरह गंगा आश्रम कचहरी चौक 14.86 लाख, आईएसएम पुंदाग 12 लाख, सरस्वती विद्या मंदिर 10 लाख 59 हजार, हॉलीडे होम कांके रोड 8.34 लाख होल्डिंग टैक्स का बकाया रखा है। रांची नगर निगम ने शहर के ऐसे 50 बड़े बकायदारों को नोटिस जारी किया है, उन्हें अपना बकाया जमा करने को कहा गया है। वरना उनका बैंक अकाउंट भी फ्रीज किया जा सकता है।

यह हैं बकायेदार

डीएवी पब्लिक स्कूल : 17.51 लाख

गंगा आश्रम कचहरी चौक : 14.86 लाख

आईएसएम पुंदाग : 12 लाख

सरस्वती शिशु विद्या मंदिर: 10.59 लाख

हॉलीडे होम कांके रोड : 8.34 लाख

एम स्क्वायर सुजाता चौक : 9.62 लाख

सुशील लोहिया कचहरी : 9.41 लाख

सुषमा देवी मोरहाबादी : 8.96 लाख

रामकिंकर साह बूटी रोड : 8.83 लाख

डॉ सच्चिदानंद प्रसाद, रिम्स चौक: 8.63 लाख

नजारत हुसैन, हटिया : 6.74 लाख

छोटानागपुर पब्लिक स्कूल : 6.39 लाख

प्रणामी बिल्डर : 6.24 लाख

डॉ तनवीर आलम, आलम हॉस्पिटल : 5.86 लाख

संकल्प भवन, ईस्ट जेल रोड: 5.68 लाख

सेवेंथ डे मिशन अस्पताल: 5.24 लाख

सुबोध प्रसाद, अपर बाजार: 5.09 लाख

करोड़ों रुपए हैं बकाया

रांची नगर निगम क्षेत्र में कई ऐसे होल्डिंग नंबरधारी हैं, जिनपर होल्डिंग टैक्स का करोड़ों रुपए बकाया है। वहीं, करीब 50 ऐसे भी लोग हैं जिनपर निगम का लाखों रुपए होल्डिंग टैक्स बकाया है। अब नगर निगम ऐसे बड़े बकायेदारों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर चुका है। इन्हें चिन्हित कर निगम वसूली करने की योजना बना रहा है। इन बकायेदारों को पहले नोटिस भेजा जाएगा और बकाया जमा करने के लिए एक निश्चित समय सीमा दी जाएगी। राजधानी रांची में कई प्राइवेट संस्थाओं के साथ-साथ सरकारी भवनों पर भी करोड़ों रुपए टैक्स बकाया है।

सख्त कार्रवाई होगी

रांची नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि बड़े बकायेदारों को नोटिस भेजकर बकाया राशि का भुगतान करने को कहा जा रहा है। निर्धारित समय तक राशि का भुगतान नहीं होने पर संबंधित संस्थान का अकाउंट भी रांची नगर निगम फ्रीज कर सकता है। इसके अलावा प्रॉपर्टी सील करने पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि, इस तरह का नोटिस नगर निगम पहले भी जारी करता रहा है, लेकिन बड़े बकायेदारों पर इसका कोई खास असर नहीं दिखा है।

सरकारी भवनों का ज्यादा बकाया

नगर निगम क्षेत्र में स्थित लगभग 200 सरकारी संस्थानों ने होल्डिंग टैक्स की राशि जमा नहीं की है। आम लोगों पर तो नगर निगम प्रेशर बनाता है वहीं बड़े बकायेदारों से पैसा नहीं वसूल पा रहा है। फाइन करने की भी धमकी दी जाती है। निगम क्षेत्र में रहने वाले आम नागरिकों का हर महीने का होल्डिंग टैक्स औसतन करीब पांच सौ पांच हजार रुपए के आसपास होता है। निगम की ओर से वायस कॉल और मैसेज के माध्यम से बार-बार राशि जमा करने का दबाव बनाया जाता है। दूसरी ओर सरकारी संस्थानों और बड़े बकायेदारों से वसूली के समय निगम लाचार हो जाता है।

बड़े बकायेदारों को भी नोटिस

रांची नगर निगम जिन पर होल्डिंग टैक्स का करोड़ों रुपए बकाया है उनसे भी वसूली की तैयारी कर रहा है। अब नगर निगम ऐसे बड़े बकायेदारों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर चुका है। इन्हें चिन्हित कर निगम वसूली करने की योजना बना रहा है। उन बकायेदारों को पहले नोटिस भेजा जाएगा और राशि जमा करने के लिए एक निश्चित समय सीमा दी जाएगी।

सुविधाओं के बदले पैसा

शहर के लोगों को सड़क, नाली, बेहतर साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के एवज में नगर निगम हर घर से होल्डिंग टैक्स वसूलता है। इस राशि से शहर में विकास कार्यों के साथ-साथ नगर निगम अपने कर्मियों को वेतन भी देता है। यदि आम लोग समय पर टैक्स का भुगतान नहीं करते हैं तो टैक्स वसूलने के लिए नगर निगम संबंधित घर मालिक को नोटिस के साथ-साथ संपत्ति बरामद करने की चेतावनी तक देता है। वहीं, शहर के कई ऐसे सरकारी प्रतिष्ठान हैं, जिन पर नगर निगम का करोड़ों रुपए टैक्स बकाया है। लेकिन, नगर निगम ऐसे प्रतिष्ठानों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रहा है।