स्लग: रोड से नहीं हटा तोरणद्वार, लास्ट डेट 1 अक्टूबर खत्म, जाम से बढ़ी परेशानी

-आरएमसी ने पूजा समितियों को दिया था आदेश

-राजधानी में 120 से अधिक बनाए गए पूजा पंडाल

RANCHI (1 Oct): पिस्का मोड़ से दुर्गा मंदिर, नागाबाबा खटाल हो या कचहरी-लालपुर-कोकर, या फिर शहीद चौक से कचहरी चौक के बीच का रोड तोरण द्वार आम लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है। रांची नगर निगम के नगर आयुक्त डॉ। शांतनु कुमार अग्रहरि के आदेश पर सभी पूजा समितियों को नोटिस जारी किया गया था कि एक अक्टूबर तक रोड से तोरण द्वार हटा लिया जाए, ताकि गाडि़यों के परिचालन में कोई परेशानी न हो। जाम की नौबत न आए। लेकिन, इसके बावजूद दर्जनों पूजा समितियों द्वारा तोरणद्वार नहीं हटाए गए हैं। नतीजन, ट्रैफिक जाम में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताते चलें कि राजधानी में लगभग 120 पंडालों में मां की पूजा की गई और आसपास में दर्जनों तोरण द्वार भी बनाए गए।

संकरी हुई सड़क

पूजा समितियों की मनमानी के कारण पहले ही तोरण द्वार के कारण सड़कों की चौड़ाई 6-7 फीट तक घट गई है। अब इसे नहीं हटाकर समितियों ने रोड पर चलने वालों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। इस वजह से लोग काफी देर तक जाम में फंस रहे हैं। लेकिन इससे समितियों को कोई लेना-देना नहीं है।

छुट्टी के दिन भी जाम

पूजा खत्म होने के बाद रविवार को लोग छुट्टी के मूड में थे। लेकिन दिन ढलने के साथ ही सड़कों पर भीड़ बढ़ने लगी। और धीरे-धीरे पूरे शहर में ही सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई। रविवार होने के कारण ट्रैफिक के जवान भी नहीं के बराबर दिखे।

दुकानदारों का भी कब्जा

तोरण द्वार के कारण दुकानदारों ने अपनी दुकान को आगे बढ़ाकर रोड पर लगा दिया है। इस वजह से भी जाम से लोग जूझ रहे है। दुकानदारों के अतिक्रमण के कारण भी पैदल चलने वाले भी परेशान है।

People connect

ट्रैफिक जाम में आम से लेकर खास सभी परेशान हैं। पिस्का मोड़ से दुर्गा मंदिर, नागाबाबा खटाल से लेकर कचहरी-लालपुर-कोकर के बीच जाम लगा रहा। लेकिन पूजा समितियों को लोगों की परेशानी से क्या लेना है। अगर उनका बस चले तो महीनों तक तोरण द्वार न हटाएं।

अतुल कुमार

पूजा पंडालों का सड़क पर होना भी एक बड़ी मुसीबत है। इस वजह से तोरण द्वार भी रोड पर बना दिए जाते हैं। लेकिन इससे आम जनता को कितनी परेशानी होती है, यह जाम में फंसने वाला ही बता सकता है। अब तो समितियों को तोरण द्वार हटा देना चाहिए, ताकि ट्रैफिक स्मूद हो।

प्रवीण

दुर्गा पूजा को लेकर बनाए गए पंडाल व गेट से भी जाम बढ़ता जा रहा है। पूजा आयोजकों ने सड़क पर ही तोरण द्वार बना रखे हैं। इससे सड़क की चौड़ाई पांच से सात फीट कम हो गई है। अब निगम के आदेश को भी ये लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, तो इनपर कार्रवाई होनी चाहिए।

संजीत