लोगो: हमारा पार्षद कैसा हो ?

-शिक्षक समाज ने पार्षद को लेकर शेयर की अपनी अपेक्षाएं

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RANCHI(24 March): रांची नगर निगम चुनाव की हलचल मतदाताओं को सोचने पर मजबूर कर रही हैं। प्रत्याशियों की भीड़ है और हंसा तो मोती चुगे की नीयती मतदाताओं में साफ दिखाई दे रही है। एक चुने, नेक चुने के इरादे से विचारों की अभिव्यक्ति हर चौराहे पर चाय की चुस्कियों के साथ की जा रही है। लेकिन एक तबका ऐसा भी है जो समाज का शिक्षित बनाता है और आज के बचपन से कल के भारत की परिकल्पना को साकार करने में अपना योगदान देता है। आज हम जानेंगे कि शिक्षक समाज क्या सोचता है। मोहल्ले के पार्षद के बारे में, कैसा होना चाहिए हमारा पार्षद?

बेहतर आउटपुट देने वाला हो

प्रत्येक वार्ड में कई प्रत्याशी हैं, मतदाताओं को इस वक्त मंथन करने की जरूरत है कि वे ऐसे उम्मीदवार के हाथों में अपने वार्ड की बागडोर दें जो कानून की रक्षा कर सकता हो, समाज के नैतिक दायित्वों के निर्वहन का प्रबल पक्षधर हो और विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में अपनी महती भूमिका निभा सकता हो। जनता की भावनाओं के अनुरूप काम करने वाला ऐसा पार्षद चाहिए, जो सीमित संसाधनों के बीच बेहतर आउटपुट देने में सक्षम हो।

-एस एस झा

विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाए

जम्हूरियत में जनता के विचारों को तवज्जो देना पार्षद की प्राथमिकता होनी चाहिए। बच्चों को शिक्षा मिले, बुनियादी सुविधाओं का टोटा न हो और समाज के अन्तिम व्यक्ति तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचे, यह पार्षद या किसी भी नेता का पहला फर्ज होना चाहिए। बदलते माहौल में हर चीज तकनीक से जुड़ती जा रही है, शिक्षित पार्षद होगा तो हमारा वार्ड स्मार्ट बनेगा। इसलिए शिक्षित और सुयोग्य को चुनेंगे और चुनना भ्ाी चाहिए।

- अजमल हुसैन

सुविधाएं मुहैया करा सके

निकाय चुनाव में एक बात मतदाताओं को ध्यान में रखनी होगी कि वे ऐसे प्रत्याशी का चुनें जो उनके वार्ड की साफ सफाई, निर्बाध विद्युत आपूर्ति और अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया करा सके। साथ ही सामाजिक सरोकार से जुड़ा हुआ व्यक्ति हो, सिर्फ राजनीतिक समझ के व्यक्ति को वोट देना उचित नहीं होगाप्त बल्कि जनभावनाओं के अनुरूप अपेक्षित विकास की संभावनाओं को तलाशने वाले प्रत्याशी का चुनाव करना होगा, ताकि वार्ड का कायाकल्प किया जा सके।

- अनुज हेम्ब्रम

मोहल्ले की समस्याओं को करीब से जानना और उसके निदान के लिए सकारात्मक पहल कर उसे मुकाम तक ले जाना ही पार्षद का पहला धर्म और कर्म होना चाहिए। हमारे समाज में विभिन्न स्तरों पर कई प्रकार की समस्याएं हैं, किसी को वृद्धा पेंशन तो किसी को विधवा पेंशन, कोई चापानल मांग रहा है तो कोई पक्की सड़क की डिमांड कर रहा है। बिजली पानी और रहने को घर। कोई भी जीतकर आए उसे इन तीन बिन्दुओं पर काम करना ही होगा, नहीं तो अगले चुनाव में मतदाता नकार देंगे। इसलिए नेक व्यक्ति को चुनें।

- विवेक साहू