रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची की स्थिति नारकीय है। हर तरफ गड्ढा और गंदगी से आम नागरिक परेशान है। लेकिन रांची नगर निगम सिर्फ लोगों पर आर्थिक बोझ डालने में लगा है। शहर की अव्यवस्था निगम को दिखाई नहीं पड़ती, लेकिन कहां किस पर जुर्माना लगाकर पैसा वसूलना है अच्छी तरह से नगर निगम देख लेता है। तभी एक ओर शहर में गंदगी का अंबार लगा है। दूसरी ओर शहर के दुर्गा पूजा में होर्डिंग्स, बैनर और तोरण द्वार लगाने वालों पर निगम टैक्स वसूली का फरमान जारी कर रहा है। निगम की यह कार्य पद्धति देख कहना गलत न होगा कि निगम क्षेत्र में रहने वाले लोगों को नागरिक सुविधा देने में नगर निगम दिलचस्पी नहीं दिखाता, लेकिन निगम का कोष कैसे भरे, इस पर पूरी टीम एक्टिव रहती है। शहर के गड्ढे नगर निगम के पदाधिकारियों को नजर नहीं आते, उस वक्त इनकी आंख फूट जाती है। लेकिन आस्था से जुड़े त्योहारों में कैसे झोली भरनी है इस पर नगर निगम का पूरा ध्यान केंद्रित रहता है।

कंपनी को भेजा नोटिस

पूजा पंडालों के आसपास विभिन्न प्रकार के विज्ञापन करने वालों को अब नगर निगम ने नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। नगर निगम द्वारा कहा गया है कि पूजा समितियों की ओर से कई तरह के विज्ञापन और हॉर्डिंग्स लगाए गए थे, जिसमें अधिकतर बगैर किसी प्रकार अनुमति के लगाया गया था। बैनर-हॉर्डिंग्स लगवाने वाली दुर्गापूजा समितियों द्वारा पूजा पंडाल के आस-पास जो विज्ञापन लगाए गए थे, उससे प्राप्त राशि से रांची शहर में दुर्गा पूजा के आयोजन को भव्य रूप दिया गया था। लेकिन दुर्गा पूजा पंडालों के समीप विभिन्न कंपनियों द्वारा लगाए गए विज्ञापन को लेकर संबंधित कंपनियों से रांची नगर निगम द्वारा जुर्माना मांगा जा रहा है। इससे सभी दुर्गा पूजा समितियों में आक्रोश है।

फाइन का आधार विज्ञापन साइज

सिटी के कई प्रतिष्ठानों के संचालकों को इसका नोटिस भेजा गया है। इसमें अपर बाजार स्थित अनिता साड़ी भी शामिल है। अनिता साड़ी के संचालक को 40,675 रुपए जुर्माना का नोटिस भेजा गया है। भेजे गए नोटिस में विज्ञापन के आकार के अनुसार फाइन किया गया है। साथ ही निर्धारित समय तक निगम में जुर्माना जमा करने को कहा गया है। ऐसा नहीं करने पर म्यूनिसिपल एक्ट 2011 के अनुसार कार्रवाई करने की भी बात कही गई है, जिसे लेकर सिटी की पूजा समितियों ने भी इसका विरोध जताया है। निगम द्वारा भेजे गए नोटिस पर डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने भी आपत्ति जताई है। प्रेस बयान जारी कर कहा कि नगर निगम की परिषद् में यह निर्णय लिया गया था कि पूजा पंडालों में लगे विज्ञापनों पर किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा। फिर भी निगम द्वारा कंपनियों के विज्ञापन पर जुर्माना लगाया जा रहा है, जो सरासर गलत है।

पूजा समितियों का विरोध

काफी धूमधाम से राजधानी रांची में दुर्गा पूजा का आयोजन हुआ। अब नगर निगम की ओर से विज्ञापन पर टैक्स लगाया जा रहा है, जो एक तानाशाही फरमान है। यह बिल्कुल गलत है। दुर्गा पूजा महोत्सव को भव्य बनाने में शासन-प्रशासन की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। जुर्माने पर निगम को फिर से विचार करने की जरूरत है।

अशोक चौधरी,अध्यक्ष, भारतीय युवक संघ

रांची नगर निगम क्षेत्र में पूजा पंडालों के आसपास कंपनियों द्वारा विज्ञापन लगाने वालों से जुर्माना लेना गलत निर्णय है। इससे राजधानी रांची में पूजा की भव्यता पर असर पड़ेगा। यदि निगम अपने तानाशाही फरमान पर विचार नहीं करता है तो रांची जिला दुर्गा पूजा समिति सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेगी।

मुनचुन राय, संयोजक, रांची जिला दुर्गा पूजा समिति