RANCHI : रांची यूनिवर्सिटी की ग्रेडिंग होनी है। इस सिलसिले में नैक की टीम असेसमेंट के लिए जल्द ही आएगी। नैक टीम के विजिट के मद्देनजर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन तैयारी तो कर रही है, पर सिर्फ कागजों पर। मोरहाबादी स्थित पीजी डिपार्टमेंट्स की बिल्डिंग के जो हालात हैं, अगर उनपर नैक टीम के मेंबर्स की नजर पड़ गई, तो यूनिवर्सिटी के लिए यह अच्छा संकेत नहीं होगा।

दीवारों में हो रहा सीपेज

मॉनसून आ चुका है, पर पीजी डिपार्टमेंट्स की बिल्डिंग की छत और दीवारों से हो रहे सीपेज को रोकने के लिए कदम नहीं उठाया गया है। पहले से ही कई डिपार्टमेंट्स के क्लासरूम की कंडीशन काफी जर्जर है। दीवारों में सीपेज है। जब भी बारिश होती है, पानी रिसने लगता है, पर छत व दीवारों की मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। यही नहीं, पीजी फिलॉसफी के ऑफिस में काई जम गई है। यहां दीवार पर सीपेज इंग्लिश डिपार्टमेंट के बाथरूम से होता है। जबकि, फिलॉसफी डिपार्टमेंट की गैलरी की दीवारों का भी सीपेज से रंग बदल गया है।

हर साल होता है मेंटेनेंस, फिर भी नहीं मिलती है राहत

पीजी डिपार्टमेंट में हर साल बरसात के समय पानी टपकता है। इसमें एक साल पहले तो साइकोलॉजी डिपार्टमेंट में क्लासरूम में स्टूडेंट्स बरसात के समय छाता लेकर क्लास कर रहे थे। बरसात के बाद हर साल मेंटेनेंस कराया जाता है, इसके बावजूद पानी टपकने का सिलसिला नहीं रुकता है।

नैक टीम को करना है असेसमेंट

रांची यूनिवर्सिटी में नैक टीम असेसमेंट करने के लिए आनेवाली है। हालांकि, अभी तक इसके लिए तारीख तय नहीं की गई है, लेकिन यूनिवर्सिटी के पीजी डिपार्टमेंट की जो हालत है, उसे देखकर नहीं लगता है कि नैक की टीम यूनिवर्सिटी को कोई ग्रेड देगी।