वहीं एड अगर दीपिका पादुकोण कर रही हो, तो आप उसे लाइक कर रहे हों। कोई न कोई तो एक कारण होगा, जिसे देखकर महिलाएं मार्केट में साड़ी खरीदने के लिए जाती हैं। किसी एड को क्यों पसंद किया जा रहा है, ये जानना जरूरी है। इसलिए आईआईएम रांची और सीआईपी, रांची मिलकर न्यूरो मैनेजमेंट पर  रिसर्च कर रहे हैं।

कैसा रिस्पांस देते हैं कस्टमर?
आईआईएम रांची और सीआईपी रांची के स्टूडेंट्स मिलकर इस पर रिसर्च कर रहे हैं। टीम मेम्बर्स कस्टमर की इमोशन, फिलिंग, मूड और एक्सपेक्टेशन पर रिसर्च कर रहे हैं। आखिर कस्टमर क्या सोचते हैं? कोई भी नया प्रोडक्ट जब मार्केट में आता है, तो कैसे उसका रिस्पांस रहता है, ये सब बातें रिसर्च में शामिल हैं। सीआइपी के एक प्रोफेसर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि यहां मार्केट में आनेवाले किसी भी प्रोडक्ट के पहले कंज्यूमर क्या सोचते हैं, इस पर रिसर्च किया जा रहा है। कोई भी कंपनी जब कोई नया प्रोडक्ट मार्केट में लेकर आती है, तो उसके पहले कस्टमर के मूड को जानने की कोशिश की जाती है। तभी प्रोडक्ट को मार्केट में लाया जाता है.कई कंपनियां कस्टमर के मूड को देख और जानकर अपनी स्ट्रैटेजी बनाती हैं। कंपनी पहले यह जानना चाहची है कि कस्टमर क्या देखता है और कैसा प्रोडक्ट उसे है।

कैची मैसेज पर रिसर्च
सीआइपी में जो रिसर्च हो रहा है, उसमें यह रिसर्च किया जा रहा है कि किसी भी प्रोडक्ट के बारे में टीवी पर कैसे मैसेज लोगों को अट्रैक्ट करते हैं? कैसे उस मैसेज को देखकर लोग प्रोडक्ट को पसंद करते हैं? कैची मैसैज को क्यों कंज्यूमर लाइक करते हैं? फिर उसके बाद उसी के आधार पर कंपनियां स्ट्रैटेजी बनाती हैं।

फेवरिट रोल मॉडल
कई बार ऐसा भी देखा जाता है कि टीवी पर अगर रणवीर कपूर का कोई एड आता है, तो उनके फैन्सउस प्रोडक्ट को खरीदने के लिए क्रेजी हो जाते हैं। ऐसे में रिसर्च में ये देखने की कोशिश की जाती है कि कैसे फेवरिट रोल मॉडल किसी प्रोडक्ट की बिक्री को प्रभावित करते हैं?

ट्रेडिशनल और लोकल  
कई बार रीजनल और ट्रेडिशनल एड को भी देखकर लोग प्रोडक्ट को खरीदते हैं। झारक्राफ्ट का अगर कोई एड संथाली भाषा में लोकल टीवी पर एड आता है, तो यहां के लोग इसके प्रोडक्ट को खरीदना पसंद करते हैं। रिसर्च करनेवाले स्टूडेंट कहते हैं कि ट्रेडिशनल और लोकल एड को देखकर भी कस्टमर प्रोडक्ट को लाइक कर रहे हैं।