रांची(ब्यूरो) । आयुष्मान भारत योजना से मरीजों का इलाज करके रिम्स मालामाल हो गया है। रिम्स में आयुष्मान योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिले, इसके लिए सभी विभागों में इसे सही से लागू करने की तैयारी है। इसकी कमाई का लाभ डॉक्टरों को भी मिलना है। अब तक रिम्स आयुष्मान योजना से करीब 26 करोड़ रुपए की कमाई कर चुका है, जिसके 25 परसेंट रुपये का भुगतान चिकित्सा कर्मियों में किया जाना है। जो साढ़े छह करोड़ रुपए के करीब है। इसमें 1.62 करोड़ रुपये का भुगतान सिर्फ चिकित्सकों को होना है, जो अब तक रिम्स ने एक बार भी नहीं किया है।

प्राइवेट प्रैक्टिस पर लगेगी रोक

प्राइवेट प्रैक्टिस रिम्स के डॉक्टर नहीं करें, इसके लिए उनको आयुष्मान का पैसा भी दिया जाएगा। जल्द ही चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों को आयुष्मान से हुई कमाई से उनके हिस्से का भुगतान कर दिया जाएगा, रिम्स प्रबंधन ने इसे लेकर कार्रवाई तेज करने का आदेश भी प्रबंधन को दे दिया है। चिकित्सकों के प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक लगाने के लिए आयुष्मान की कमाई का 25 परसेंट हिस्सा उन्हें भुगतान करने की तैयारी है।

अभी भी बकाया है पैसा

आयुष्मान योजना से रिम्स ने अब तक 26 करोड़ रुपये की कमाई की है। इसमें से अब भी आयुष्मान योजना से दस करोड़ रुपए बकाया है। रिम्स प्रबंधन ने बताया कि जितने पैसे का अब तक भुगतान हुआ है। उसी से चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों को भुगतान किया जाएगा।

हर विभाग में होंगे आयुष्मान मित्र

रिम्स के सभी विभागों में आयुष्मान योजना का लाभ सही से दिलाया जाएगा। इसके लिए सभी विभागों में आयुष्मान मित्र बहाल किए जा रहे हैं। वहीं, आयुष्मान मित्र आयुष्मान से हुए इलाज के पैसे का हिसाब रखेंगे, और आयुष्मान से हुई कमाई से ही उनके मानदेय का भुगतान भी किया जाएगा। बता दें कि वर्तमान में आयुष्मान योजना से सबसे अधिक लाभान्वित कार्डियोलॉजी, सीटीवीएस, न्यूरोसर्जरी और ऑर्थो विभाग के मरीज हो रहे हैं। हालांकि मरीजों की शिकायत रहती है कि उन्हें इस योजना से लाभ लेने के लिए लंबा समय लग जाता है, तुरंत स्टेंट और जरूरी इंप्लांट इस योजना के मरीजों को नहीं मिल पाता है।

आयुष्मान की कमाई से बढ़ रहा सदर अस्पताल

सदर अस्पताल भी आयुष्मान योजना की कमाई से बढ़ा रहा है अपना संसाधन। आयुष्मान योजना से हुई कमाई का रिम्स अबतक कोई बेहतर इस्तेमाल नहीं कर सका है। जबकि सदर अस्पताल आयुष्मान के इलाज से हुई कमाई से नया आयाम गढ़ रहा है। आयुष्मान योजना की कमाई से सदर अस्पताल ने कैंसर जैसी बीमारी के इलाज के लिए संसाधन जुटा लिया है। मरीजों की लेजर सर्जरी हो सके, इसके लिए संसाधन बनाए, हृदय रोगियों को इको, ईसीजी, टीएमटी जैसी जांच के उपकरण मंगवाए, सिटी स्कैन मशीन भी खरीद ली है। साथ ही निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों को आयुष्मान योजना से जोड़कर गरीब मरीजों को लाभ पहुंचाया जा रहा है।