रांची(ब्यूरो)। पैसा कमाने का कोई शार्टकट तरीका नहीं होता है। इसके लिए हार्ड वर्क करने के अलावा कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है। लेकिन कुछ लोग रातों रात लखपति, करोड़पति बनने की चाह में शार्टकट रास्ता ढूंढते हैं और अपना सबकुछ गवां बैठते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ है इटकी थाना क्षेत्र में रहने वाले लोगों के साथ। यहां रहने वाले लोग कम समय में ज्यादा पैसा कमाने की चाहत में कंगाल हो चुके हैं। दरअसल ईटकी थाना क्षेत्र में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें करीब दो सौ लोगों से ठगी होने की बात सामने आई है। ईटकी बाजार में एलएक्स बीट फारेक्स नामक एक प्राइवेट ऑफिस था जो यहां आसपास में रहने वाले लोगों को पैसा डबल करने के सपने दिखाता था। यह ऑफिस मुक्ति प्रकाश तिर्की के संचालन में ऑपरेट हो रहा था। पैसे डबल करने के लालच में पड़कर 200 से ज्यादा लोगों ने अपने हजारों-लाखों रुपये गंवा दिए। किसी ने बाइक बेचकर तो किसी ने घर बनाने के लिए रखे पैसे डबल होने के लालच में पड़कर कंपनी में इन्वेस्ट किया। लेकिन जब मालूम हुआ कि उनके पैसे डूब चुके हैं तो सभी के पैरों तले से जमीन खिसक गई।

100 दिन में डबल का सपना

एलएक्स बीट फारेक्स कंपनी के संचालक ने ईटकी वासियों को सौ दिन में उनके पैसे डबल करने का सपना दिखाया था। ठगे गए लोगों ने बताया कि कंपनी के ओनर ने उनके दिए पैसे को फॉरेन करेंसी में इन्वेस्ट करने की बात बताई थी। जहां कुछ ही दिनो में पैसा डबल हो जाता है। शुरुआत के दिनों में कंपनी द्वारा लोगों के पैसे डबल भी किए गए। जिन्होंने दस, बीस या तीस हजार रुपए इन्वेस्ट किए थे उनके पैसे सौ दिन में डबल कर वापस कर दिए। ऐसा करने से मुक्ति प्रकाश लोगों का भरोसा जितने में कामयाब रहा, जिसके बाद सैकड़ों लोगों ने पैसे डबल करने के लिए दे दिए। लेकिन जब लोग अपना पैसा वापस मांगने गए तब तक कंपनी में ताला लटक चुका था। लोगों ने जब फोन किया तब भी संपर्क नहीं हुआ। तब लोगों को एहसास हुआ कि वे ठगे जा चुके हैं। एक अनुमान के अनुसार करीब तीन करोड़ रुपए लेकर कंपनी का संचालक मुक्ति प्रकाश तिर्की फरार हैं।

बाइक बेचकर किया इनवेस्ट

पैसे डबल कराने का लालच लोगों के सिर चढ़कर कुछ इस कदर बोला कि कई लोग अपनी गाड़ी बेच कर कंपनी में इन्वेस्ट कर दिए। वहीं कुछ लोग घर बनाने के नाम पर रखे पैसे भी डबल कराने की आस में निवेश कर दिए। लेकिन संस्थान का संचालक सारे रुपये बटोर कर फरार हो गया। कुछ साल पहले अक्षय कुमार की एक फिल्म आई थी जिसमें कुछ महीने में पैसा डबल करने का लालच दिखाकर लूटने की कहानी थी। ठीक उसी तर्ज पर ईटकी में लोगों को ठगा गया है। आरोपी ने एक-दो नहीं, बल्कि दो सौ से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया है।

विदेशी करेंसी का झांसा

लोगों का आरोप है कि मुक्ति प्रकाश तिर्की ने लोगों को कहा था कि इंडियन करेंसी को विदेशी करेंसी में बदला जाता है। इससे पैसे डबल किये जाते हैं। आरोपी ने संस्थान को जर्मनी की कंपनी बताया था। वो समय- समय पर इलाके में कार्यक्रम कर लोगों को गिफ्ट भी दिया करता था। इससे लोगों का विश्वास उसपर गहराता गया।

एक कमरे में करोड़ो की ठगी का प्लान

ईटकी बाजार के समीप ही प्रकाश तिर्की ने छोटे से कमरे में अपना ऑफिस बना रखा था। कमरे का किराया मात्र 800 रुपए था। इसी 10/12 के कमरे में मुक्ति ने लोगों से करोड़ो रुपए ठगने का प्लान तैयार किया। मकान मालिक मो। हाशिम ने बताया कि मुक्ति प्रकाश तिर्की प्रतिमाह समय पर किराया दिया करता था और वो इस मकान को अपने ऑफिस के रूप में इस्तेमाल किया करता था। करीब 6 माह तक प्रकाश तिर्की इसका इस्तेमाल करता रहा और फिर अचानक से अपना सारा सामान लेकर यहां से निकल भागा।