रांची (ब्यूरो)। सिटी को बजबजाती नालियों से निजात मिलने वाली हैं। जी हां, रांची नगर निगम ने नालियों की साफ-सफाई के लिए दो करोड़ रुपए की सक्शन मशीन खरीदी है। इससे बड़ी नालियों की साफ-सफ ाई और बेहतर हो सकेगी। वहीं जाम नालियों को भी तत्काल खोला जा सकेगा। नगर निगम ने ड्रेन सक्सन मशीन खरीदने का प्रस्ताव बनाकर नगर विकास विभाग को भेजा था, जिसे स्वीकृति मिल गई थी, उसके बाद रांची नगर निगम ने मशीन की खरीदारी कर ली है।

बड़े व कवर्ड नालों की सफाई

शहर में बड़े नालों और कवर्ड नालियों की सफ ाई करना आसान हो जाएगा। सक्शन मशीन से सफ ाई करने में जानमाल का भी खतरा नहीं होगा। ड्रेन सक्शन मशीन से नालियों की सफ ाई हो जाएगी। वहीं छोटी नालियों की सफ ाई में मैनपावर का इस्तेमाल किया जाएगा। जरूरत पडऩे पर इस मशीन की मदद छोटी नालियों की सफ ाई के लिए भी ली जाएगी। चूंकि बड़े नाले और कवर्ड ड्रेनों की सफ ाई मैनुअली नहीं हो पाती थी। इसके लिए मजदूरों को नालियों में उतरना होता था, जिससे कि मजदूर खतरा महसूस करते थे, इस वजह से नालियां जाम रहती हैं।

नालों की सफाई पर 18 करोड़ खर्च

राजधानी में सफ ाई का जिम्मा रांची नगर निगम का है। कचरा उठाने से लेकर सडक़ और नाली की सफ ाई के लिए रांची नगर निगम हर महीने करोड़ों रुपए खर्च करता है। इसके अलावा नालियों के लिए अलग से फ ंड खर्च करता हैं, लेकिन नालियों की प्रॉपर सफ ाई नहीं हो पाती। निगम एरिया के 53 वार्डों में केवल नालियों की सफ ाई पर हर माह करीब 1.50 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं। इससे समझा जा सकता है कि साल में लगभग 18 करोड़ का खर्च केवल नालियों की सफाई पर होता है। अब मशीन के आने से इसमें बचत होगी और निगम राजस्व के पैसे का इस्तेमाल दूसरे कार्यों में कर सकेगा।

बरसात में ज्यादा परेशानी

इन नालियों की वजह से सबसे अधिक परेशानी बरसात के समय होती है। शहर के अधिकतर मोहल्लों में नालियों में कचरा जाम हो जाता है। आसपास का कचरा और प्लास्टिक की वजह से पूरी नाली जाम हो जाती है। अब इस मशीन के माध्यम से यह परेशानी खत्म हो जाएगी।

नए छोटे-बड़े नाले बनेंगे

नई योजना के तहत शहर को 7 जोन में बांटकर बड़े और छोटे नाले बनाने की तैयारी है, जिसके तहत हर जोन में 10-10 बड़े नाले बनाने की योजना है। हर जोन में छोटी नालियों का भी निर्माण कराया जाएगा। राजधानी की बात करें तो 70 बड़े नाले और 385 छोटी नालियां बनाई जाएंगी। फिलहाल राजधानी के 53 वार्डों में 111 बड़े नाले और 323 छोटी नालियां हैं। वहीं क'चे नालों का निगम के पास कोई हिसाब नहीं है।