रांची (ब्यूरो)। रांची यूनिवर्सिटी अपने स्टूडेंट्स के साथ कैसा सुलूक कर रहा है, इसकी बानगी इन दिनों फेल्ड ट्रांजैक्शन के बाद लेट फाइन की वसूली के रूप में सामने आ रही है। सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स से 500 रुपए के एग्जाम फीस की जगह अब 3 हजार रुपए बतौर जुर्माना वसूला जा रहा है। इससे स्टूडेंट्स काफी निराश तो हैैं ही, उनमें आक्रोश भी है। स्टूडेंट्स का कहना है कि सर्वर फेल होने के कारण अगर भुगतान असफल रह जाता है, तो इसमें उनकी क्या गलती है। पैसे तो अकाउंट से कट जाते हैैं, बाद में परिणाम आता है, तो माक्र्स ही नहीं मिलते।

जेएन कॉलेज के कई छात्र परेशान

रांची के धुर्वा स्थित जेएन कॉलेज के कई स्टूडेंट्स इस 'वसूलीÓ से परेशान हैैं। दरअसल, जब एमए का परीक्षा फॉर्म भरा जा रहा था, तो सत्र 2020-22 के सेकेंड सेमेस्टर के कई स्टूडेंट्स ने तय समय सीमा के भीतर ही अपना फॉर्म भरा था। चूंकि, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन होता है, इसलिए फॉर्म के लिए फीस डिपॉजिट करते समय कई बार पैसे अकाउंट से कट जाते हैैं और बाद में ट्रांजैक्शन फेल होने के कारण पैसे वापस आते हैैं। तब तक स्टूडेंट्स को कुछ पता ही नहीं चल पाता। यही हुआ करीब 50 स्टूडेंट्स के साथ, जो अब दोबारा रांची यूनिवर्सिटी को आवेदन दे रहे हैैं, ताकि उनका फॉर्म एक्सेप्ट कर लिया जाए।

इजाजत लेने के लिए आवेदन

रांची यूनिवर्सिटी के संबद्ध कॉलेजों में जिन स्टूडेंट्स की राशि पहले जमा ही नहीं हो पाई, उन्हें अब दोबारा आवेदन लिखकर अपने कॉलेज के एग्जामिनेशन कंट्रोलर से इजाजत लेकर दोबारा फॉर्म भर रहे हैैं। फॉर्म भरने की इजाजत कॉलेज स्तर से मिलने के बाद यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक से भी अनुमति आवश्यक कर दी गई है। इस वजह से स्टूडेंट्स को कॉलेज से लेकर यूनिवर्सिटी तक के चक्कर काटने पड़ रहे हैैं। ऊपर से 500 की जगह 3000 रुपए भरने पड़ रहे हैैं। ऐसा नहीं करने पर उनका रिजल्ट रोका जा रहा है।

क्या कहते हैैं स्टूडेंट्स

अकाउंट से पैसा कट जाता है, फिर भी ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है। इसकी जानकारी बाद में मिलती है। इसमें हम स्टूडेंट्स का क्या कुसूर। इस गलती के बावजूद 3000 रुपए की वसूली करना कहां तक न्यायसंगत है?

आरती उरांव

लेट फाइन 3000 लिया जाना छात्रों के साथ अन्याय है। यूनिवर्सिटी को इस पर विचार करना चाहिए, ताकि तकनीकी खामी का खामियाजा स्टूडेंट्स को न भुगतना पड़ा। इस वसूली से सभी कॉलेजों के छात्र परेशान हैैं।

मनोज केरकेट्टïा