रांची (ब्यूरो) । आयुष मंत्रालय, भारत सरकार अंतर्गत मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित 100 डेज काउंटडाउन योगोत्सव ऑफ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम के 89वें दिवस पर स्थानीय दानी पब्लिक स्कूल खूंटी जिला, झारखंड में दो सत्र में आयोजित किया गया। प्रथम सत्र में मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के कॉमन योग प्रोटोकॉल का अभ्यास 45 मिनट तक कराया गया। शशांक रे, अध्यक्ष बीजेपी युवा मोर्चा झारखंड ने युवाओं को आह्वान किया और योग अभ्यास से स्वयं को मेडिटेशन के द्वारा स्वस्थ एवं प्रखर बने रहने के लिए प्रेरित किया। ग्रामीण उपकार संस्थान झारखंड के कुलसचिव केडी तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

पुरुषों के बराबर

द्वितीय सत्र में पुष्पा तिवारी, चेयरपर्सन कृष्ण गोविंददानी चेरिटेबल ट्रस्ट खूंटी विशिष्ट अतिथि ने कहा आज की नारियां पुरुषों के बराबर चल रही हैं। पढ़ाई में ही नहीं वे खेलों में भी अहम भूमिका निभा रही हैं। महिलाएं घर कि चारदीवारी को पार कर समाज और देश के लिए अपना योगदान दे रही हैं। योग अभ्यास द्वारा नारी सशक्तिकरण हो रहा है। नारियां अपना बीपी शुगर कम कर रहीं हैं । स्वय 23 साल से योग अभ्यास कर 75 वर्ष तक स्वस्थ बनी हुई हैं।

दिव्यांग योग साधक

डब्ल्यूआईसीसीआई इक्वीटेबल पैरेंटिंग काउंसिल की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुजाता पट्टनायक ने कहा कि योग ने उनकी जिंदगी को कैसे बदली और उन्हें अपने जीवन में सक्रिय बनाने में मदद की। योग महिलाओं को सशक्त बनाता है, इसलिए यह जीवन शैली होनी चाहिए। कोलकाता की एडवेट एनजीओ की संस्थापिका डॉ संगीता झा ने कहा कि योग के साथ उन्होंने 70000 लड़कियों और महिलाओं का समर्थन किया है जो मासिक धर्म और मानोपौज समस्याओं को हराने में। योग के द्वारा नारी सशक्तिकरण विषय पर जोर देते हुए पूजा आर्य, पीएचडी दिव्यांग योग प्रोफेसर, उत्तराखंड से ऑनलाइन जुडक़र बताया कि कैसे दिव्यांग व्यक्ति भी योग के द्वारा स्वयं, समाज एवं देश को विकसित बना सकती हैं। वे स्वयं भी दिव्यांग योग साधक हैं। संगीता तिवारी, सचिव दानी पब्लिक स्कूल खूंटी ने बच्चों को योग करने के लिए प्रेरित किया। वे अपने स्कूल में इंडियन योग एसोसिएशन झारखंड की शाखा शुरू कराएंगी तथा बालिकाओं को योगी युवा बनाएंगी। ताकि उनका स्वास्थ्य अच्छा रहे।